1. By,
अनुष्का चौहान
बी.एड द्वितीय वर्ष का छात्र, इशान इंस्टीट्यूट
ऑफ मैनेजमेंट एं ड टेक्नोलॉजी
पाठ्यचयाष द्ववकास में यू.जी.सी की भूद्वमका
ROLE OF U.G.C IN CURRICULUM
DEVELOPMENT
2. U.G.C का गठन पहली बार 1945 में हुआ था।
स्वतंत्रता क
े पहले वर्ष क
े दौरान यानी 1947 में प्रस्ताद्ववत।
अगस्त 1949 में, U.G.C क
े पुनगषठन की द्वसफाररश की गई थी। 1948-49 क
े
द्ववश्वद्ववद्यालय द्वशक्षा आयोग िारा।
1952 में, सरकार ने फ
ै सला द्वकया द्वक द्ववश्वद्ववद्यालयों को द्वदए जाने वाले सभी
अनुदान यू.जी.सी िारा द्वनयंद्वत्रत द्वकए जाने चाद्वहए
3. U.G.C का उद् घाटन मौलाना अबुल कलाम आजाद ने 28 द्वदसंबर 1953
को द्वकया था।
नवंबर 1956 में एक वैधाद्वनक द्वनकाय बना।
पुणे, हैदराबाद, बेंगलुरु, कोलकाता, गुवाहाटी और भोपाल में छह क्षेत्रीय
क
ें द्र।
मुख्यालय बहादुर शाह जफर मागष, नई द्वदल्ली में है।
4. द्वशक्षा प्रणाली को अद्यतन करने क
े द्वलए यूजीसी िारा उठाए गए कदम इस
प्रकार हैं:
द्वशक्षा एक अकादद्वमक अनुशासन क
े रूप में।
सेवा क
े द्वलए पेशेवर तैयारी क
े रूप में द्वशक्षा।
द्वशक्षा प्रणाली को अद्यतन करने क
े द्वलए यूजीसी िारा उठाए गए कदम इस
प्रकार हैं:
अंडर ग्रेजुएट (यूजी)
पोस्ट-ग्रेजुएट (पी.जी.)
5. प्रभावी माध्यद्वमक द्ववद्यालय क
े द्वशक्षकों की तैयारी क
े द्वलए बी.एड. (बैचलर ऑफ
एजुक
े शन) कायषक्रम की शुरूआत।
बी.एड का लक्ष्य कायषक्रम एक द्वशक्षक को प्रद्वशद्वक्षत करने क
े द्वलए है जो स्क
ू ली
द्वशक्षा से संबंद्वधत कई भूद्वमकाएँ द्वनभा सकता है।
बी.एड. कायषक्रम को स्क
ू ल में द्वशक्षक क
े कायों पर ध्यान देना चाद्वहए।
स्नातकोत्तर कायषक्रम एम.एड.(मास्टर ऑफ एजुक
े शन) को स्क
ू ली द्वशक्षा क
े सभी
पहलुओं में द्ववशेर्ज्ञ तैयार करना चाद्वहए।
6. सीबीसीएस क
े तहत स्नातक पाठ्यक्रमों क
े द्वलए न्यूनतम पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम यूजीसी िारा शुरू द्वकया
गया था।
द्वशक्षा प्रणाली में लचीलेपन की अनुमद्वत देने की आवश्यकता थी। इसद्वलए यू.जी.सी. सीबीसीएस पेश
द्वकया।
सीबीसीएस छात्रों को मुख्य द्ववर्यों को सीखने और मुख्य द्ववर्यों से परे सीखने में मदद करता है।
सीबीसीएस छात्रों को सवोत्तम शैक्षद्वणक प्रथाओं क
े साथ संबंद्वधत पाठ्यक्रमों को बेंचमाक
ष करने की
सुद्ववधा प्रदान करता है।
7. द्वशक्षक-क
ें द्वद्रत से छात्र-क
ें द्वद्रत द्वशक्षा तक।
छात्र उतने क्र
े द्वडट ले सकते हैं द्वजतने वे सामना कर सकते हैं।
छात्र अद्वितीय संयोजनों को द्वमलाकर क्र
े द्वडट ले सकते हैं। उदाहरण क
े द्वलए: अथषशास्त्र क
े
साथ भौद्वतकी, रसायन द्ववज्ञान क
े साथ सूक्ष्म जीव द्ववज्ञान आद्वद…
CBCS छात्रों को अलग-अलग समय पर और द्ववद्वभन्न संस्थानों में अध्ययन करने की सुद्ववधा
प्रदान करता है।
8. सभी द्ववश्वद्ववद्यालयों में अंडर-ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों क
े द्वलए पाठ्यक्रम में 70%
एकरूपता होनी चाद्वहए।
सीबीसीएस को सभी द्ववश्वद्ववद्यालयों को अपनाना चाद्वहए।
अंडर-ग्रेजुएट कोसष में यू.जी.सी. से 70% सामग्री होनी चाद्वहए। पाठ्यक्रम जबद्वक
शेर् 30% पाठ्यक्रम द्ववश्वद्ववद्यालय िारा बनाया जा सकता है।
यूजीसी ने सुझाव द्वदया है द्वक हर शैक्षद्वणक द्ववभाग क
े पाठ्यक्रम की 3 साल में एक
बार समीक्षा की जानी चाद्वहए।