4. भ मकाभू मका
े ेन दय का उ व पहाड़ से ह | पहाड़ से
नकलकर धरती से बहकर सम मनकलकर धरती स बहकर समु म
पहुँचती है | के रल म कु ल 44 न दयाँु ु
है | इनम 41 पि चम घाट से उ व
कर पि चम क ओर बहनेवाल ह |कर पि चम क ओर बहनवाल ह |
बाक तीन न दयाँ पव क ओरबाक तीन न दया पूव क ओर
बहनेवाल कावेर क उपन दयाँ ह |
5. न दय से जीवजंतुओं को अनेक कार केु
लाभ होते ह | पीने के पानी के लए, खेती
के लए बजल के लए धोने के लए नहानेक लए, बजल क लए, धोन क लए, नहान
के लए हम उसका इ तेमाल करते ह | इसक
ोई ी ं ै ँ ी ं ँकोई सीमा नह ं है | जहाँ पानी नह ं वहाँ
जीवन भी नह ं है | नद हमारा जीवनदाताजीवन भी नह ह | नद हमारा जीवनदाता
है | आज जलाशय का नाश दन-व- दन
ै | ी ँबढ़ता जा रहा है | आज हमार सभी न दयाँ
सख गयी है | इसका म य कारण जंगल कासूख गयी ह | इसका मु य कारण जगल का
वनाश है |
6. वषय ततीकरणवषय तुतीकरण
आज जलाशय का
न दय के नाश का
म य कारण जंगल का
नाश दन व दन बढ़ता
जा रहा है |
मु य कारण जगल का
वनाश है |
बढती आबाद कबढती आबाद क
ज रत क पू त के लएू
जंगल काटे गए |
7. ीवषा का पानी भू म
तक आने क स वधा
कारखान से लगातार
नकलता हआ कड़ा-तक आन क सु वधा
न ट हो रह है |
श
नकलता हुआ कू ड़ा-
कचरा वषैले जल
आ द जलाशय म जाइस लए जलाशय म
पानी नह ं है |
आ द जलाशय म जा
गरते ह |ह ह |
8. नद क सम या का सधारनद क सम या का सुधार
ो े ं ओहमको न दय के संर ण क ओर
यान देना आव यक है |यान दना आव यक ह |
महानगर का सारा मा ल य न दयमहानगर का सारा मा ल य न दय
म ह छोड़ जाता है |ह ड़ ह |
इससे हमारा जल ोत भी दू षतइ ू
होते जा रहे ह |
9. जहाँ मन य नान करते ह वहाँजहा मनु य नान करत ह वहा
पशओं क सफ़ाई ठ क नह ं है |शुओ सफ़ ई ठ ह ह |
हम मानव क भलाई के लए जंगल
और भ म क र ा करनी चा हए |और भू म क र ा करनी चा हए |
इस लए न दय क सर ा अ नवायइस लए न दय क सुर ा अ नवाय
है |
10. न कषन कष
आज जलाशय का नाश दन व दन बढ़ता
जा रहा है | िजसके करण मानव काजा रहा है | िजसके करण मानव का
ह त ेप है | न दय से जीवजंतुओं कोह ह | द ु
अनेक कार के लाभ होते ह | इस लए
हमको न दय के संर ण क ओर यानहमको न दय क सर ण क ओर यान
देना आव यक है | नद का नाश मानव
जीवन क नाश है | कृ त का वरदान है
नद | हम मानव क भलाई के लए जंगलनद | हम मानव क भलाई क लए जगल
और भू म क र ा करनी चा हए | इस लए
ै
ू
न दय क सुर ा अ नवाय है |