3. • आसमान से ऊर्ाा क
े रूप में बिर्ली का चालक क
े संपक
ा हेतु पृथ्वी पर आना
• इसकी ऊष्मा सूर्ा की िाहरी सतह से अबिक
• कारण - बिपरीत अिेसी िादल ं का टकराना (बिर्ली उत्पन्न)
• पृथ्वी पर चालक की उपलब्धता
• चालक - ल हे का खंिा इलेक्ट्रॉबनक सामान पेड़ बिर्ली का खंभा इत्याबद
• िचाि हेतु बिबभन्न इलेक्ट्रॉबनक उपकरण ं क िंद कर देना एिं घर क
े िाहर ना
बनकलना।
4. • सीबमत क्षेत्र ि समर् में 1 घंटे में 100 सेंटीमीटर से अबिक मूसलािार िर्ाा ।
• पिातीर् क्षेत्र ं में घबटत घटना ।
• इसक
े पररणाम स्वरूप आकस्मिक िाढ़ भूस्खलन ि मृदा अपरदन की समस्याएं उत्पन्न
ह ती है ।
• िादल फटने का कारण पिाती अमरूद क
े कारण नमी र्ुक्त हिाएं तेर् गबत से ऊपर
उठती है । िह भारी िर्ाा करती है ।
5. • सीबमत क्षेत्र ि समर् में 1 घंटे में 100 सेंटीमीटर से अबिक मूसलािार िर्ाा ।
• पिातीर् क्षेत्र ं में घबटत घटना ।
• इसक
े पररणाम स्वरूप आकस्मिक िाढ़ भूस्खलन ि मृदा अपरदन की समस्याएं उत्पन्न
ह ती है ।
• िादल फटने का कारण पिाती अमरूद क
े कारण नमी र्ुक्त हिाएं तेर् गबत से ऊपर
उठती है । िह भारी िर्ाा करती है ।
6. • सीबमत क्षेत्र ि समर् में 1 घंटे में 100 सेंटीमीटर से अबिक मूसलािार िर्ाा ।
• पिातीर् क्षेत्र ं में घबटत घटना ।
• इसक
े पररणाम स्वरूप आकस्मिक िाढ़ भूस्खलन ि मृदा अपरदन की समस्याएं उत्पन्न
ह ती है ।
• िादल फटने का कारण पिाती अमरूद क
े कारण नमी र्ुक्त हिाएं तेर् गबत से ऊपर
उठती है । िह भारी िर्ाा करती है ।
7. • र्ि अत्यबिक िर्ाा र्ंगल ं का कटाि आबद कारण ं से नदी का र्ल बकनार ं क
े ऊपर से आिासीर् क्षेत्र में
फ
ै ल र्ाता है एिं लंिे समर् तक बकसी स्थान का र्लमग्न ह ना िाढ़ कहलाता है ।
• नदी का र्ल स्तर ऊ
ं चा
• स्थलीर् आिासीर् भाग र्लमहल लंिे समर् तक
• कारण - भारी िर्ाा मृदा अपरदन िन बिनाश
• प्रभाि - फसलें नष्ट आिास र्लमग्न आिागमन िाबित इत्याबद
8. • लंिे समर् तक बकसी स्थान पर बनम्न िर्ाा
• प्रभाि –
• फसलें, पौिे सूख र्ाते हैं
• र्ीि र्ंतु की मृत्यु
• खाद्यान्न संकट एिं र्ल की कमी
• र्ीि का अस्मस्तत्व संकट में।
• उदाहरण - भारत में रार्स्थान ि महाराष्टर क
े क
ु छ क्षेत्र भारत में