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Shram Kanoonon Ka Parichay Shiv Prasad Bose.pdf

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श्रम कानून ों का परिचय
शिव प्रसाद बोस और जय बोस
Published by Joy Bose
Copyright © 2022 Siva Prasad Bose and Joy Bose
All Rights Reserved
विषय - सूची
समर्पण
प्रस्तावना
स्वीक
ृ शि
अध्याय 1: श्रम कानूनोों का र्ररचय और इशिहास
अध्याय 2: भारिीय सोंशवधान में श्रम सु...
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  1. 1. श्रम कानून ों का परिचय शिव प्रसाद बोस और जय बोस
  2. 2. Published by Joy Bose Copyright © 2022 Siva Prasad Bose and Joy Bose All Rights Reserved
  3. 3. विषय - सूची समर्पण प्रस्तावना स्वीक ृ शि अध्याय 1: श्रम कानूनोों का र्ररचय और इशिहास अध्याय 2: भारिीय सोंशवधान में श्रम सुरक्षा अध्याय 3: औद्योशिक शववाद अशधशनयम अध्याय 4: औद्योशिक रोजिार स्थायी आदेि अशधशनयम अध्याय 5: ट्रेड यूशनयन अशधशनयम अध्याय 6: वेिन अशधशनयम, कमपचारी मुआवजा अशधशनयम और न्यूनिम मजदू री अशधशनयम का भुििान अध्याय 7: कारखाना अशधशनयम अध्याय 8: वेिन सोंशहिा 2019 अध्याय 9: व्यावसाशयक सुरक्षा, स्वास्थ्य और काम करने की स्स्थशि कोड 2020 अध्याय 10: सामाशजक सुरक्षा सोंशहिा 2020 अध्याय 11: औद्योशिक सोंबोंध सोंशहिा 2020
  4. 4. अध्याय 12: नौकरी से अनुशचि बखापस्तिी की स्स्थशि में उर्चार अध्याय 13: कायपस्थल र्र यौन उत्पीड़न से सोंबोंशधि कानून अध्याय 14: शनष्कर्प लेखकोों क े बारे में शिव प्रसाद बोस की अन्य र्ुस्तक ें
  5. 5. समपपण यह र्ुस्तक भारि में कायपरि सभी भूि, विपमान और भशवष्य क े कमपचाररयोों को समशर्पि है।
  6. 6. प्रस्तािना श्रम कानून काम और श्रम की स्स्थशियोों को शनयोंशिि करिे हैं। वे कई िरह से महत्वर्ूणप भूशमका शनभािे हैं: प्रबोंधन द्वारा िोर्ण को रोकने क े शलए, इस्तीफा देने क े शलए मजबूर होने से रोकने क े शलए, कायप सुरक्षा प्रदान करने क े शलए, अच्छी काम करने की स्स्थशि सुशनशिि करने और एक खुिहाल कायपबल क े शलए र्ररस्स्थशियोों का शनमापण करने क े शलए। भारिीय सोंशवधान और शवशभन्न श्रम कानूनोों में कई कानून और सुरक्षा प्रदान की िई हैं। जैसे-जैसे कायपस्थल की स्स्थशि शवकशसि होिी है, श्रम कानून उनक े साथ शवकशसि होिे हैं। इसशलए भारि में श्रम से सोंबोंशधि प्रचशलि कानूनोों और सुरक्षा का अवलोकन करना उर्योिी है। इस र्ुस्तक में, हम भारि में मुख्य श्रम कानूनोों का एक शसोंहावलोकन देिे हैं, शजसमें भारि सरकार द्वारा 2020 में र्ेि शकए िए नए श्रम कोड िाशमल हैं। हम व्यावहाररक मुद्ोों र्र भी ध्यान क ें शिि करिे हैं, जैसे शक क्या करना है और शकससे सोंर्क प करना है अिर शकसी को काम से िलि िरीक े से बखापस्त शकया जािा है या काम र्र यौन उत्पीड़न शकया जािा है। आिा है शक यह र्ुस्तक कामकाजी लोिोों क े बीच प्रचशलि श्रम कानूनोों क े बारे में जािरूकिा फ ै लाने में मदद करेिी।
  7. 7. स्वीक ृ वि इस र्ुस्तक को शलखने में, लेखक क ृ िज्ञिार्ूवपक शनम्नशलस्खि स्रोिोों को स्वीकार करिे हैं: • Labour and Industrial Laws Bare Act 2022, Commercial Law Publishers Pvt Ltd, 2022. • The Law Book: Big Ideas Simply Explained. By DK Publishing, 2020 • Wikipedia https://www.wikipedia.org/ • Ministry of Labour and Employment, Government of India https://labour.gov.in/
  8. 8. अध्याय 1: श्रम कानून ों का परिचय औि इविहास इस अध्याय में हम र्ररचय देंिे शक श्रम कानून क्या हैं और शफर हम भारि और अन्य देिोों क े क ु छ श्रम कानूनोों का अवलोकन करिे हैं। 1.1 श्रम कानून क्या हैं श्रम कानून रोजिार में काम र्र रखने, काम की ििों, औद्योशिक कारपवाई या हड़िाल, यूशनयनोों और रोजिार से बखापस्तिी की ििों को शनयोंशिि करिे हैं। यशद शकसी कमपचारी को िलि िरीक े से नौकरी से शनकाल शदया जािा है, िो वे लािू श्रम कानूनोों क े अनुसार शनवारण र्ाने क े शलए श्रम आयुक्त क े र्ास शिकायि दजप करा सकिे हैं। यूशनयन बनाने वाले कमपचाररयोों क े समूह भी श्रम कानूनोों क े दायरे में आिे हैं। शनयोक्ताओों और कमपचाररयोों क े बीच औद्योशिक शववाद, छों ट्नी और अनुशचि बखापस्तिी से सोंबोंशधि मुद्े, सोंघ िठन से सोंबोंशधि मुद्े आशद सभी श्रम कानूनोों क े अोंििपि आिे हैं। 1.2 भािि में श्रम कानून ों का विकास
  9. 9. भारि में श्रम कानून शिशट्ि िासन की स्स्थशियोों से और भारि की स्विोंििा क े बाद उदारीकरण क े युि िक और उसक े बाद शवकशसि हुए हैं। अोंग्रेजोों क े अधीन, शविेर् रूर् से 19वीों और 20वीों ििाब्दी की िुरुआि में, भारि क े शवशभन्न शहस्ोों में कई आधुशनक कारखाने स्थाशर्ि शकए िए, शजससे एक श्रम िस्क्त का शनमापण हुआ और अोंििः एक श्रशमक आोंदोलन भी हुआ। कई श्रम कानून भी स्थाशर्ि शकए िए थे जो अक्सर शिट्ेन में समान कानूनोों को प्रशिशबोंशबि करिे थे और आम िौर र्र प्रक ृ शि में प्रिशििील थे, जो काम की स्स्थशियोों को शवशनयशमि करने की माोंि कर रहे थे। अोंग्रेजोों द्वारा स्थाशर्ि श्रम सोंबोंधी कानूनोों क े उदाहरणोों में भारिीय दासिा अशधशनयम 1843 (Indian Slavery Act), सोसायट्ी र्ोंजीकरण अशधशनयम 1860 (Societies Registration Act), सहकारी सशमशि अशधशनयम 1912 (Co-operative Societies Act), श्रशमक मुआवजा अशधशनयम 1923 (Workmen's Compensation Act), भारिीय ट्रेड यूशनयन अशधशनयम 1926, व्यार्ार शववाद अशधशनयम 1929 (Trades Disputes Act), मजदू री का भुििान अशधशनयम 1936 (Payment of Wages Act) और औद्योशिक रोजिार स्थायी आदेि अशधशनयम 1946 (Industrial Employment Standing Orders Act ) िाशमल हैं। शिशट्ि िासन क े दौरान भारि में कई बड़ी श्रशमक हड़िालें भी हुईों, जो सोंिशठि क्षेि की िस्क्त और ट्रेड यूशनयनोों क े उदय का
  10. 10. सोंक े ि देिी हैं। ऐसी हड़िालोों क े उदाहरणोों में 1921 बशक ों घम और कनापट्क शमलोों की हड़िाल और 1928 की दशक्षण भारिीय रेलवे हड़िाल िाशमल हैं। भारि क े स्विोंि होने क े बाद, भारि क े सोंशवधान में श्रम क े शलए कई सुरक्षा लेख िाशमल शकए िए। इसक े अलावा, स्विोंििा क े िुरोंि बाद और उसक े बाद क े दिकोों में कई श्रम कानून भी स्थाशर्ि शकए िए। इनमें औद्योशिक शववाद अशधशनयम 1947 (Industrial Disputes Act), न्यूनिम मजदू री अशधशनयम 1948 (Minimum Wages Act), कारखाना अशधशनयम 1948 (Factories Act) और राज्य दुकान और प्रशिष्ठान अशधशनयम (State Shops and Establishments Act ) िाशमल थे। 2020 में, भारि सरकार ने कई मौजूदा श्रम कानूनोों को सरल बनाने क े शलए श्रम कानूनोों से सोंबोंशधि चार कोड प्रस्ताशवि शकए हैं, शजसमें मजदू री का कोड और औद्योशिक सोंबोंधोों का कोड िाशमल है। 1.3 अोंििापष्ट्रीय श्रम सोंगठन ILO ILO सोंयुक्त राष्ट्र सोंिठन क े घट्कोों में से एक है, जो सभी देिोों क े प्रशिशनशधयोों से युक्त मुख्य अोंिरापष्ट्र ीय शनकाय है। ILO की स्थार्ना 1919 में उस समय राष्ट्र सोंघ (League of Nations) क े िहि की िई थी, जो सोंयुक्त राष्ट्र का अग्रदूि था। यह श्रम
  11. 11. मानकोों का एक सेट् िैयार करने क े शलए शजम्मेदार है। दुशनया क े सभी देि अर्ने श्रम कानूनोों को इन शनधापररि मानकोों क े अनुरूर् बनािे हैं। ILO मौशलक शसद्ाोंिोों और काम र्र अशधकारोों की घोर्णा क े शलए शजम्मेदार था, शजसे 1998 में अर्नाया िया था और इसमें सामूशहक सौदेबाजी, जबरन श्रम, बाल श्रम और भेदभाव र्र अनुभाि िाशमल थे। मुख्य सम्मेलनोों में यूशनयन बनाने का अशधकार और सामूशहक सौदेबाजी, औद्योशिक कारपवाई या हड़िाल, जबरन श्रम और बाल श्रम का उन्मूलन और काम र्र सभी प्रकार क े भेदभाव को दू र करना िाशमल है। ILO क े अन्य सम्मेलनोों में काम र्र मािृत्व अवकाि और मािृत्व सुरक्षा क े प्रावधान िाशमल हैं। 1.4 भािि में मुख्य श्रम कानून भारि में मुख्य श्रम कानूनोों में शनम्नशलस्खि िाशमल हैं: • औद्योशिक शववाद अशधशनयम 1947 • राज्य की दुकान और प्रशिष्ठान अशधशनयम • कामिार मुआवजा अशधशनयम 1923 • ट्रेड यूशनयन अशधशनयम 1926 • औद्योशिक रोजिार स्थायी आदेि अशधशनयम 1946
  12. 12. • वेिन भुििान अशधशनयम 1936 भारि में लिभि 210 श्रम कानून हैं, शजनमें से लिभि 44 दैशनक आधार र्र लािू होिे हैं। यह 2020 में कानूनोों क े सरलीकरण से र्हले था। हाल ही में, भारि सरकार श्रम कानूनोों को सरल बनाने क े शलए कोड का एक नया सेट् लेकर आई है। ये शनम्नशलस्खि हैं: • वेिन सोंशहिा, 2019 (Code of Wages) • औद्योशिक सोंबोंध सोंशहिा, 2020 (Industrial Relations Code) • व्यावसाशयक सुरक्षा, स्वास्थ्य और काम करने की स्स्थशि कोड 2020 (Occupational Safety, Health and Working Conditions Code) • सामाशजक सुरक्षा कोड, 2020 (Code on Social Security) 1.5 महत्वपूणप भाििीय श्रम कानून ों क े व्यािहारिक वनवहिार्प रोजिार की क ु छ सामान्य शविेर्िाएों और महत्वर्ूणप भारिीय श्रम कानूनोों क े अन्य व्यावहाररक शनशहिाथप इस प्रकार हैं: कमपचारिय ों क े विए सेिा शिों क परिभावषि किना ह गा: यह औद्योशिक रोजिार स्थायी आदेि अशधशनयम क े अनुसार
  13. 13. है। इसकी आवश्यकिा है िाशक कमपचाररयोों को र्िा चल सक े शक वे शकस रोजिार की ििों क े साथ काम कर रहे हैं। इनमें काम क े घोंट्े, र्ेड लीव, ग्रेच्युट्ी आशद चीजें िाशमल हैं। इन्हें स्थायी आदेि कहा जािा है। स्थायी आदेि अशधशनयम एक प्रशिष्ठान में 50+ कमपचाररयोों क े शलए लािू होिा है। इसे सुशनशिि करने क े उद्ेश्य से उर् श्रम आयुक्त प्रमाशणि प्राशधकारी हैं। स्थायी आदेि क ों र्नी का नाम, काम क े घोंट्े, सेवा की स्स्थशि, शकन ििों र्र शनयुक्त / अलि शकए िए, कमपचाररयोों को क ै से शनकालना चाशहए, क ों र्नी कमपचारी कदाचार से क ै से शनर्ट्िी है, आशद सशहि जानकारी देिी है। एक मॉडल स्टैंशडोंि ऑडपर है, जो यह सुशनशिि करने क े शलए है शक क ों र्शनयाों स्टैंशडोंि ऑडपर उस मॉडल से बहुि अलि नहीों हो सकिी हैं। यशद शकसी शवशिष्ट् फमप या प्रशिष्ठान क े शलए स्थायी आदेि में अवैध ििें िाशमल हैं, जैसे बाोंड बिाना या र्ूवप कमपचारी को शकसी प्रशियोिी में िाशमल होने से रोकना, िो उन्हें चुनौिी दी जा सकिी है। हालाोंशक, क ु छ क्षेिोों और राज्योों में, जैसे शक कनापट्क राज्य में आईट्ी उद्योि क े शलए, सरकार र्ूरे उद्योि क े शलए छ ू ट् र्ाररि कर सकिी है, यह कहिे हुए शक आईट्ी उद्योि र्र स्थायी आदेि अशधशनयम लािू नहीों है। कमपचािी औि प्रबोंधन की परिभाषा: यह भी स्थायी आदेि अशधशनयम क े अोंििपि आिा है। अशधशनयम क े अनुसार, एक र्यपवेक्षक या प्रबोंधक वह होिा है शजसक े र्ास प्रिासशनक
  14. 14. िस्क्तयााँ होिी हैं, जैसे शक शनरोंिर आधार र्र छु ट्टी देना, ररर्ोट्प देना, अनुमशि देना आशद। यशद शकसी को कायप क े दौरान कभी- कभी ऐसी िस्क्तयोों का शनवपहन करना र्ड़िा है, िो उसे एक कामिार क े रूर् में विीक ृ ि शकया जाएिा न शक र्यपवेक्षक क े रूर् में। यह ध्यान शदया जाना चाशहए शक स्थायी आदेि अशधशनयम क े वल 50 या अशधक कमपचाररयोों वाले प्रशिष्ठानोों र्र लािू होिा है। वशकायि िोंत्र: प्रत्येक प्रशिष्ठान में शिकायि शनवारण क े शलए एक शिकायि िोंि या प्रशिया स्थाशर्ि करने की आवश्यकिा होिी है। श्रम आयुक्त उल्लोंघन क े शलए अर्ीलीय प्राशधकारी है। यशद ऐसा िोंि स्थार्ना में मौजूद नहीों है, िो इसे चुनौिी दी जा सकिी है। इसक े अलावा, मशहलाओों द्वारा यौन उत्पीड़न की शिकायिोों क े शलए प्रत्येक प्रशिष्ठान में एक यौन उत्पीड़न िोंि की भी आवश्यकिा है। श्रवमक ों की बर्ापस्तगी या छोंटनी से सोंबोंवधि वििाद ों से सोंबोंवधि कानून: यह औद्योशिक शववाद अशधशनयम की धारा 2 (क े ) क े िहि आिा है। बखापस्तिी या छों ट्नी क े मामले में, कोई भी व्यस्क्त औद्योशिक शववाद कर सकिा है। एक औद्योशिक शववाद एक या एक से अशधक कमपचाररयोों और उनकी शनयोक्ता क ों र्नी क े बीच का शववाद है। र्दोन्नशि से इनकार आशद जैसी चीजोों क े शलए, यह कमपचाररयोों और फमप क े प्रबोंधन क े बीच एक सामूशहक शववाद हो सकिा है, और इसशलए कमपचाररयोों को अर्नी ओर से लड़ने क े शलए एक
  15. 15. ट्रेड यूशनयन की आवश्यकिा होिी है। एक ट्रेड यूशनयन को शकसी शविेर् प्रशिष्ठान या शकसी शविेर् उद्योि से जोड़ने की आवश्यकिा नहीों है। यशद विपमान में शकसी शवशिष्ट् उद्योि या प्रशिष्ठान क े शलए कोई ट्रेड यूशनयन नहीों है, िो कोई भी सामान्य ट्रेड यूशनयन जैसे सीट्ू (CITU) या एट्क (AITUC) या इोंट्क (INTUC) या भारिीय मजदू र सोंघ (BMS) भी कायपकिाप की याशचका का समथपन कर सकिा है। औद्योशिक शववादोों क े मामले में प्रशिया इस प्रकार है: कमपचारी या ट्रेड यूशनयन क ों र्नी क े भीिर स्थाशर्ि श्रम सशमशि से सोंर्क प करिे हैं, जो र्हले कमपचाररयोों और प्रबोंधन क े बीच चचाप क े माध्यम से सुलह का र्िा लिाने का प्रयास करिे हैं। यशद सुलह सफल नहीों होिी है, िो मामला श्रम आयुक्त क े र्ास जािा है, जो अर्ना फ ै सला सुनािा है और सरकार को भेजिा है जो उस अदालि को भेजिा है शजसका अशधकार क्षेि उस क्षेि में आिा है। अक्सर, कमपचारी भशवष्य में नौकररयोों से ब्लैकशलस्ट शकए जाने क े डर से अदालिोों का दरवाजा खट्खट्ािे नहीों हैं, हालाोंशक इस िरह की ब्लैकशलस्स्टोंि कानून क े स्खलाफ भी है। प्रत्येक कमपचारी को समानिा (अनुच्छे द 14) और आजीशवका (अनुच्छे द 21) का अशधकार है - ये भारिीय सोंशवधान द्वारा सभी नािररकोों को शदए िए मौशलक अशधकार हैं। सोंशवधान का अनुच्छे द 19 सोंघ बनाने का अशधकार है।
  16. 16. विशेष आवर्पक क्षेत्र ों या एसईजेड (SEZ) में कानून: उदारीकरण क े बाद, भारि सरकार ने मुख्य रूर् से शवदेिी शनवेि को आकशर्पि करने क े शलए कई शविेर् आशथपक क्षेि या एसईजेड (Special Economic Zone, SEZ) स्थाशर्ि शकए हैं। एसईजेड (SEZ) में भी श्रम कानून लािू होिे हैं। मुख्य अोंिर यह है शक शवशिष्ट् छ ू ट् हो सकिी है, यशद श्रम आयुक्त या अन्य श्रम प्राशधकरण एक शवशिष्ट् र्ूवप-व्यवस्स्थि समय र्र र्ररसर क े शनरीक्षण क े शलए आिे हैं िो क ों र्नी को अशग्रम रूर् से सूशचि करने की आवश्यकिा होिी है। जबिन इस्तीफा: यह औद्योशिक शववाद अशधशनयम क े िहि अनुशचि श्रम प्रथाओों से सोंबोंशधि धारा क े िहि आिा है, शजसमें बल या शहोंसा क े कायप िाशमल हैं। कोई भी कमपचारी को क ों र्नी से इस्तीफा देने क े शलए मजबूर नहीों कर सकिा है। काम क े वनयम ों औि शिों में परिििपन: यशद प्रशिष्ठान का प्रबोंधन मजदू री क े भुििान क े िरीक े को बदलना चाहिा है, या काम की क ु छ अन्य ििों को बदलना चाहिा है जैसे शक भशवष्य शनशध योिदान, शिफ्ट का समय बढाना आशद, िो उन्हें ििों को बदलने से र्हले कमपचाररयोों को 21 शदन का नोशट्स देना होिा। कमपचारी श्रम शवभाि क े समक्ष नोशट्स को चुनौिी दे सकिे हैं, और यशद ऐसी चुनौिी दी जािी है िो र्ररविपन का शनष्पादन स्विः ही रुक जािा है। औद्योशिक शववाद अशधशनयम की चौथी अनुसूची में शिफ्ट कायप और सोंबोंशधि मामले आिे हैं।
  17. 17. अनुवचि श्रम प्रर्ाएों : यशद शनयोक्ता शकसी ट्रेड यूशनयन में िाशमल होने या सहायिा करने क े स्खलाफ कमपचाररयोों को हस्तक्षेर् करिे हैं, रोकिे हैं या मजबूर करिे हैं, या कमपचाररयोों को ट्रेड यूशनयन िशिशवशधयोों क े शलए बखापस्त या बखापस्त करने की धमकी देिे हैं, िो कमपचारी राज्य सरकार क े श्रम सशचव क े समक्ष शिकायि दजप कर सकिे हैं। इसी िरह, यशद प्रबोंधन एक काउोंट्र ट्रेड यूशनयन बनािा है, िो यह भी एक अनुशचि श्रम अभ्यास है। इसी िरह, ट्रेड यूशनयन द्वारा बुलाई िई हड़िाल में भाि लेने क े शलए शकसी कमपचारी को बखापस्त करने की भी अनुमशि नहीों है। छोंटनी प्रविया: यह औद्योशिक शववाद अशधशनयम से सोंबोंशधि है। यशद प्रशिष्ठान द्वारा 100 से अशधक कामिार शनयोशजि शकये जािे हैं िो उनकी छों ट्नी करने से र्हले प्रशिष्ठान द्वारा सरकार से र्ूवप अनुमशि लेनी होिी। यशद कमपचाररयोों की सोंख्या 50 से अशधक और 100 से कम है, िो 2 महीने का नोशट्स शदया जाना चाशहए। यशद यह 50 से कम है िो छों ट्नी की अवशध क े दौरान र्ूणप 100% मजदू री का भुििान करना होिा। शनरीक्षकोों को यह जाोंचना होिा है शक प्रशिष्ठान द्वारा कानून का र्ालन शकया िया है या नहीों। क ों र्नी बोंद होने या 100 से अशधक कमपचाररयोों क े प्रशिष्ठान में छों ट्नी की स्स्थशि में क ों र्नी को अनुमशि क े शलए सरकार क े श्रम शवभाि क े सशचव क े र्ास आवेदन करना होिा। यशद वे कोई अन्य िरीका अर्नािे हैं, िो
  18. 18. अदालि मामले की िहराई िक जाएिी। श्रम आयुक्त ने शिकायि की िो श्रम सशचव कमपचाररयोों को राहि देंिे। यशद कमपचाररयोों को ट्रेड यूशनयन में सोंिशठि शकया जािा है, िो वे अदालि को कारपवाई करने क े शलए बाध्य कर सकिे हैं। लेशकन कई बार कमपचारी कमजोर हो जािे हैं और जोस्खम नहीों उठाना चाहिे। अिर क ों र्नी उत्पादन बोंद करने (कमपचाररयोों की बखापस्तिी का औशचत्य साशबि करने क े शलए) कहिी है, लेशकन र्ूरी क ों र्नी बोंद नहीों है और कोई मजदूरी नहीों दी जािी है, िो वह भी अवैध है। इन समस्याओों को क े वल सामूशहक रूर् से ही हल शकया जा सकिा है, व्यस्क्तिि रूर् से नहीों, ट्रेड यूशनयनोों क े माध्यम से। इस प्रकार, ट्रेड यूशनयन कमपचाररयोों की सुरक्षा और समथपन की एक अमूल्य सेवा करिे हैं। 1.6 वनष्कषप इस अध्याय में, हमने भारि में मुख्य श्रम कानूनोों और श्रम कानूनोों क े क ु छ व्यावहाररक शनशहिाथों को र्ेि शकया है।
  19. 19. अध्याय 2: भाििीय सोंविधान में श्रम सुिक्षा इस अध्याय में, हम भारि क े सोंशवधान में श्रम से सोंबोंशधि प्रावधानोों र्र चचाप करिे हैं। 2.1 परिचय श्रम भारिीय सोंशवधान में समििी सूची का शहस्ा है यानी यह क ें ि और राज्य दोनोों का शवर्य है और क ें ि सरकार और राज्य सरकारोों की शजम्मेदारी है। भारिीय सोंशवधान क े अनुच्छे द 14-16, 19(1)(c), 23-24, 38, और 41-43A श्रम अशधकारोों से सोंबोंशधि हैं। क ु छ श्रम सोंबोंधी लेख भारिीय सोंशवधान में मौविक अवधकाि ों क े अोंििपि आिे हैं और अन्य िाज्य नीवि क े वनदेशक वसद्ाोंि ों क े अोंििपि आिे हैं। 2.2 भाििीय सोंविधान में श्रम से सोंबोंवधि िेर् अनुच्छे द 14-16 क े अनुसार, कानून क े समक्ष सभी समान हैं, राज्य को नािररकोों क े बीच भेदभाि नहीों करना चाशहए और राज्य क े िहि ि जगाि क े अिसि की समानिा है।
  20. 20. 14. कानून क े समक्ष समानिा: राज्य शकसी भी व्यस्क्त को कानून क े समक्ष समानिा या भारि क े क्षेि में कानूनोों क े समान सोंरक्षण से वोंशचि नहीोंकरेिा। 15. धमप, मूलवोंि, जाशि, शलोंि या जन्म स्थान क े आधार र्र भेदभाव का शनर्ेध: राज्य क े वल धमप, मूलवोंि, जाशि, शलोंि, जन्म स्थान या इनमें से शकसी क े आधार र्र शकसी भी नािररक क े साथ भेदभाव नहीोंकरेिा। 16. सावपजशनक रोजिार क े मामलोों में अवसर की समानिा (1) राज्य क े िहि शकसी भी कायापलय में रोजिार या शनयुस्क्त से सोंबोंशधि मामलोों में सभी नािररकोों क े शलए अवसर की समानिा होिी (2) कोई भी नािररक क े वल धमप, नस्ल क े आधार र्र, जाशि, शलोंि, वोंि, जन्म स्थान, शनवास या इनमें से कोई भी, राज्य क े अधीन शकसी भी रोजिार या कायापलय क े सोंबोंध में अर्ाि या भेदभाव नहीोंशकया जा सकिा है। भारिीय सोंशवधान क े अनुच्छे द 19.1 क े भाि ि क े अनुसार, नािररकोों को सोंघ औि टरेड यूवनयन बनाने का सोंरक्षण प्राप्त है। ए अनुच्छे द 19: भार्ण की स्विोंििा आशद क े सोंबोंध में क ु छ अशधकारोों का सोंरक्षण: 1 (सी) सभी नािररकोों को सोंघ या यूशनयन बनाने का अशधकार होिा। सोंशवधान क े अनुच्छे द 23 क े अनुसार जबिन मजदू िी करना प्रशिबोंशधि है।
  21. 21. 23. मानव क े अवैध व्यार्ार और बलाि् श्रम का प्रशिर्ेधः (1) मानव का अवैध व्यार्ार और बेिार और इसी प्रकार क े अन्य बलाि् श्रम शनशर्द् हैं और इस प्रावधान का कोई भी उल्लोंघन कानून क े अनुसार दोंडनीय अर्राध होिा। अनुच्छे द 24 बाि श्रम र्र रोक लिािा है। 24. कारखानोों आशद में बच्ोों क े शनयोजन का शनर्ेध: चौदह वर्प से कम आयु क े शकसी भी बच्े को शकसी कारखाने या खदान में काम करने क े शलए या शकसी अन्य खिरनाक रोजिार में नहीों लिाया जाएिा। अनुच्छे द 38 इसे ि ग ों क े कल्याण को बढावा देने क े शलए भारिीय राज्य की आकाोंक्षा बनािा है। 38. राज्य लोिोों क े कल्याण को बढावा देने क े शलए एक सामाशजक व्यवस्था को सुरशक्षि करने क े शलए: (1) राज्य एक सामाशजक व्यवस्था को प्रभावी ढोंि से सुरशक्षि करक े लोिोों क े कल्याण को बढावा देने का प्रयास करेिा शजसमें न्याय, सामाशजक, आशथपक और राजनीशिक , राष्ट्र ीय जीवन क े सभी सोंस्थानोों को सूशचि करेिा। (2) राज्य, शविेर् रूर् से, आय में असमानिाओों को कम करने का प्रयास करेिा, और न क े वल व्यस्क्तयोों क े बीच, बस्ि शवशभन्न क्षेिोों में रहने वाले या शवशभन्न व्यवसायोों में लिे लोिोों क े समूहोों क े बीच भी स्स्थशि, सुशवधाओों और अवसरोों में असमानिाओों को समाप्त करने का प्रयास करेिा।
  22. 22. अनुच्छे द 39 आजीविका का अवधकाि और श षण क े खर्िाफ प्रदान करिा है। 39. राज्य द्वारा र्ालन शकए जाने वाले नीशि क े क ु छ शसद्ाोंि: राज्य, शविेर् रूर् से, अर्नी नीशि को यह सुशनशिि करने की शदिा में शनदेशिि करेिा शक (ए) सभी नािररकोों, र्ुरुर्ोों और मशहलाओों को समान रूर् से आजीशवका क े र्यापप्त साधन का अशधकार है; (बी) शक समुदाय क े भौशिक सोंसाधनोों का स्वाशमत्व और शनयोंिण सभी की भलाई क े शलए सवोत्तम रूर् से शविररि शकया जािा है; (सी) शक आशथपक प्रणाली क े सोंचालन क े र्ररणामस्वरूर् आम नुकसान क े शलए धन और उत्पादन क े साधनोों की एकाग्रिा नहीों होिी है; (डी) र्ुरुर्ोों और मशहलाओों दोनोों क े शलए समान काम क े शलए समान वेिन है; (ई) शक श्रशमकोों, र्ुरुर्ोों और मशहलाओों क े स्वास्थ्य और िाकि, और बच्ोों की कोमल उम्र का दुरुर्योि नहीों शकया जािा है और नािररकोों को उनकी उम्र या िाकि क े अनुर्युक्त व्यवसायोों में प्रवेि करने क े शलए आशथपक आवश्यकिा से मजबूर नहीों शकया जािा है; (च) बच्ोों को स्वस्थ िरीक े से और स्विोंििा और सम्मान की स्स्थशि में शवकशसि होने क े अवसर और सुशवधाएों दी जािी हैं और बचर्न और युवाओों को िोर्ण से और नैशिक और भौशिक र्ररत्याि क े स्खलाफ सोंरशक्षि शकया जािा है। अनुच्छे द 41 में कहा िया है शक राज्य क ु छ मामलोों में काम करने का अशधकार प्रदान करेिा।
  23. 23. 41. क ु छ मामलोों में काम, शिक्षा और सावपजशनक सहायिा का अशधकार: राज्य, अर्नी आशथपक क्षमिा और शवकास की सीमाओों क े भीिर, काम क े अशधकार, शिक्षा क े शलए और बेरोजिारी क े मामलोों में, बुढार्ा, बीमारी और अर्ोंििा, और अन्य मामलोों में सावपजशनक सहायिा प्राप्त करने क े शलए प्रभावी प्रावधान करेिा। , अनुच्छे द 42 काम की न्यायसोंिि और मानवीय र्ररस्स्थशियोों और मािृत्व राहि का प्रावधान करिा है। 42. काम की न्यायसोंिि और मानवीय र्ररस्स्थशियोों और मािृत्व राहि क े शलए प्रावधान: राज्य काम की न्यायसोंिि और मानवीय र्ररस्स्थशियोों को हाशसल करने और मािृत्व राहि क े शलए प्रावधान करेिा। अनुच्छे द 43 में शनवापह मजदू री और काम करने की ििों का प्रावधान है। 43. श्रशमकोों क े शलए शनवापह मजदूरी, आशद: राज्य उर्युक्त कानून या आशथपक सोंिठन द्वारा या शकसी अन्य िरीक े से, क ृ शर्, औद्योशिक या अन्य सभी श्रशमकोों को काम, एक जीशवि मजदूरी, एक सभ्य जीवन स्तर और अवकाि और सामाशजक और साोंस्क ृ शिक अवसरोों का र्ूणप आनोंद सुशनशिि करने वाली काम की ििों को सुरशक्षि करने का प्रयास करेिा। शविेर् रूर् से, राज्य ग्रामीण क्षेिोों में व्यस्क्तिि या सहकारी आधार र्र क ु ट्ीर उद्योिोों को बढावा देने का प्रयास करेिा।
  24. 24. 2.3 वनष्कषप इस अध्याय में हमने भारि क े सोंशवधान में मौजूद कायप और श्रम से सोंबोंशधि शवशभन्न प्रावधानोों का अध्ययन शकया है। जैसा शक हम देख सकिे हैं, भारिीय सोंशवधान बहुि प्रिशििील है और सभी क े शलए काम की न्यायसोंिि और समान और शनष्पक्ष स्स्थशि प्रदान करिा है।
  25. 25. अध्याय 3: औद्य वगक वििाद अवधवनयम इस अध्याय में हम औद्योशिक शववाद अशधशनयम 1947 र्र चचाप करिे हैं, जो सोंिशठि श्रम क्षेि क े शलए भारि क े प्रमुख श्रम कानूनोों में से एक है और औद्योशिक शववादोों और हड़िालोों और उन्हें हल करने क े िरीकोों से सोंबोंशधि है।
  26. 26. चित्र: औद्योचिक वििाद अचिनियम 1947 का पहला पृष्ठ 3.1 औद्य वगक वििाद अवधवनयम का परिचय औद्योशिक शववाद अशधशनयम 1947 एक ऐसा अशधशनयम था शजसने भारि में औद्योशिक शववादोों को हल करने क े शलए कानून को समेशकि शकया, जैसे शक हड़िाल आशद। यह मुख्य रूर् से उद्योि क े सोंिशठि क्षेिोों में क ें शिि था, शजसमें शनयशमि कमपचाररयोों क े साथ शनशिि कायप अनुसूची वाले उद्योि िाशमल थे और अक्सर कमपचाररयोों क े बीच ट्रेड यूशनयन होिे थे। हालाोंशक इसमें सोंशवदा कमपचाररयोों को भी िाशमल शकया िया है। इस अशधशनयम का उद्ेश्य िाोंशिर्ूणप कायप वािावरण को सुरशक्षि करना था। इसमें छट्नी क े माध्यम से शनकाले िए श्रशमकोों क े मुआवजे को भी िाशमल शकया िया है। इस अशधशनयम को हाल ही में 2020 में औद्योशिक सोंबोंध सोंशहिा द्वारा प्रशिस्थाशर्ि शकया जा रहा है। 3.2 औद्य वगक वििाद अवधवनयम का सािाोंश औद्योशिक शववाद अशधशनयम कमपचाररयोों और शनयोक्ताओों क े बीच कई िरह से औद्योशिक शववादोों क े समाधान और शनर्ट्ान का प्रावधान करिा है। यह शववादोों क े मध्यस्थिा क े शलए एक िोंि भी प्रदान करिा है। यह मुख्य रूर् से सोंिशठि क्षेि क े शलए
  27. 27. लािू होिा है, जहाों काम की ििें अच्छी िरह से र्ररभाशर्ि होिी हैं, और कमपचारी स्थायी कमपचारी होिे हैं न शक ठे का मजदू र। इस अशधशनयम क े प्रावधानोों में से एक यह है शक सभी औद्योशिक प्रशिष्ठानोों में 100 या अशधक कमपचाररयोों क े साथ एक कायप सशमशि की स्थार्ना अशनवायप है। सशमशि में कमपचाररयोों और प्रबोंधन की समान सोंख्या होनी चाशहए। साथ ही, 50 या अशधक कमपचाररयोों वाले शकसी भी औद्योशिक प्रशिष्ठान में शिकायि शनवारण सशमशियोों का िठन शकया जाना आवश्यक है। इसमें प्रबोंधन और कामिारोों की समान सोंख्या क े साथ 6 से अशधक सदस्य नहीों होोंिे। कोई भी कायपकिाप अर्नी शिकायि को शनर्ट्ाने क े शलए सशमशि से सोंर्क प कर सकिा है। इस अशधशनयम क े अनुसार औद्योशिक शववादोों क े समाधान क े शलए प्रदान शकए िए िरीक े इस प्रकार हैं: • सुिह या मध्यस्र्िा: सरकार द्वारा शनयुक्त एक सुलह अशधकारी सशहि सुलह बोडप की स्थार्ना करक े । सुलह अशधकारी या बोडप आर्सी चचाप क े माध्यम से र्ाशट्पयोों क े बीच सुलह या समझौिा करने क े शलए सुलह की कायपवाही करिा है और उसका शनणपय र्ाशट्पयोों र्र बाध्यकारी होिा है। • मध्यस्र्िा: शकसी िीसरे र्क्ष क े मध्यस्थ को औद्योशिक शववाद क े स्वैस्च्छक रेफरल द्वारा, शजसका मध्यस्थिा फ ै सला र्ाशट्पयोों र्र बाध्यकारी हो जािा है।
  28. 28. • अवधवनणपय: एक औद्योशिक न्यायाशधकरण या जाोंच न्यायालय की स्थार्ना करक े जो औद्योशिक शववाद र्र सुनवाई करिा है, और शजसका शनणपय र्ाशट्पयोों क े शलए बाध्यकारी है। श्रम न्यायालयोों की स्थार्ना भी अशधशनयम क े अोंििपि िाशमल है। अशधशनयम यह भी शनधापररि करिा है शक एक शनशिि न्यूनिम सोंख्या में श्रशमकोों को शनयोशजि करने वाली फमों को छों ट्नी क े मामले में सरकारी अनुमशि लेनी होिी, साथ ही प्रभाशवि श्रशमकोों को र्यापप्त मुआवजा प्रदान करना होिा। अशधशनयम में अनुशचि श्रम प्रथाओों को भी िाशमल शकया िया है और अवैध हड़िालोों को रोकने का प्रयास शकया िया है। 3.3 वनष्कषप इस अध्याय में हमने औद्योशिक शववाद अशधशनयम र्र सोंक्षेर् में चचाप की है, जो श्रशमकोों और शनयोक्ताओों क े बीच औद्योशिक शववादोों को शनर्ट्ाने क े शलए साधन प्रदान करिा है।
  29. 29. अध्याय 4: औद्य वगक ि जगाि स्र्ायी आदेश अवधवनयम इस अध्याय में हम औद्योशिक रोजिार स्थायी आदेि अशधशनयम र्र चचाप करिे हैं, जो शनयोक्ताओों को काम की ििों जैसे काम क े घोंट्े और छु शट्टयोों की सोंख्या की घोर्णा करने क े शलए बाध्य करिा है। 4.1 स्र्ायी आदेश अवधवनयम का परिचय स्थायी आदेि अशधशनयम की िुरूआि से र्हले, अक्सर भारिीय प्रशिष्ठानोों में काम की ििें अच्छी िरह से र्ररभाशर्ि नहीों थीों। श्रशमकोों को प्रबोंधन द्वारा मनमाने शनयमोों और शनयमोों में र्ररविपन क े अधीन शकया जािा था, शजससे उनका िोर्ण करना आसान हो जािा था। स्थायी आदेि अशधशनयम शनयोक्ताओों को रोजिार की ििों को स्पष्ट् और सभी कमपचाररयोों को ज्ञाि करने क े शलए अशनवायप करक े इस स्स्थशि को दू र करने का प्रयास करिा है। यह सभी फमों र्र लािू होिा है, उन फमों को छोड़कर शजन्हें सरकार द्वारा आशधकाररक राजर्ि में शविेर् रूर् से छ ू ट् दी िई है। यह अशधशनयम र्ूरे भारि र्र लािू होिा है, हालाोंशक इसमें क ु छ राज्य-शवशिष्ट् सोंिोधन हैं जैसे शक महाराष्ट्र और कनापट्क क े
  30. 30. शलए। यह उन औद्योशिक प्रशिष्ठानोों र्र लािू होिा है जहाों शर्छले वर्प में से शकसी भी शदन सौ या अशधक श्रशमक कायपरि थे। हालााँशक, यह अशधशनयम क ु छ सेवाओों जैसे शक शसशवल सेवा और रक्षा सेवाओों क े शलए लािू नहीों है। चित्र: स्थायी आदेश अचिनियम 1946 का पहला पृष्ठ
  31. 31. 4.2 स्र्ायी आदेश क्या हैं स्थायी आदेिोों में शनम्नशलस्खि िाशमल हैं: • कामिारोों का स्थायी या अस्थायी कामिारोों या प्रशिक्षुओों आशद क े रूर् में विीकरण • श्रशमकोों को उनक े काम और वेिन से सोंबोंशधि शववरण क े बारे में सूशचि करने की रीशि • उर्स्स्थशि और देर से आने, शिफ्ट में काम करने, छु ट्टी और छु शट्टयोों क े शलए आवेदन क ै से करें से सोंबोंशधि काम की ििें • क ु छ द्वारोों से क ों र्नी र्ररसर में प्रवेि करना और बाहर शनकलना और कमपचाररयोों की िलािी का दाशयत्व • श्रशमकोों और कमपचाररयोों क े अशधकार और दाशयत्व • कमपचाररयोों की बखापस्तिी या शनलोंबन और आवश्यक नोशट्स शदया जाना • यशद कमपचारी बखापस्त कर शदए जािे हैं या अनुशचि व्यवहार क े अधीन हैं िो वे क ै से शनवारण की माोंि कर सकिे हैं 4.3 स्र्ायी आदेश ों का प्रमाणन औि प खटोंग
  32. 32. स्थायी आदेि अशधशनयम यह मानिा है शक शकसी भी प्रशिष्ठान क े शलए स्थायी आदेि प्रमाशणि होने की आवश्यकिा है, जब िक शक वे स्थायी आदेि अशधशनयम क े अनुरूर् होों। श्रशमक या ट्रेड यूशनयन शकसी भी ििप र्र आर्शत्त उठा सकिे हैं, और प्रमाशणि करने वाला अशधकारी शकसी भी स्थायी आदेि की शनष्पक्षिा या िक प सोंिििा र्र शनणपय ले सकिा है। उनक े शनणपय र्ाशट्पयोों क े शलए बाध्यकारी होोंिे, हालाोंशक उन्हें अर्ीलीय प्राशधकारी में अर्ील की जा सकिी है। प्रमाणन और अर्ीलीय प्राशधकाररयोों क े र्ास दीवानी न्यायालय की िस्क्त है। एक बार प्रमाशणि होने क े बाद, स्थायी आदेि अोंग्रेजी में अोंग्रेजी में प्रवेि द्वार क े र्ास शविेर् नोशट्स बोडप र्र चस्पा शकए जाएों िे, जहाों वे सभी श्रशमकोों को शदखाई दे सकिे हैं। यह अशधशनयम उस मामले का भी प्रावधान करिा है जहाों एक कमपचारी को जाोंच लोंशबि रहने िक शनलोंशबि कर शदया िया है। ऐसे मामले में, शनलोंबन क े र्हले 90 शदनोों क े शलए कमपचारी को सामान्य वेिन का 50 प्रशििि भुििान शकया जाएिा और िेर् शदनोों क े शलए वेिन का 75 प्रशििि भुििान शकया जाएिा यशद कमपचारी द्वारा अशिररक्त देरी नहीों की जािी है। 4.4 वनष्कषप इस अध्याय में हमने स्थायी आदेि अशधशनयम र्र चचाप की है, जो शनयोक्ता को सभी कमपचाररयोों को काम की ििों को ठीक करने और स्पष्ट् रूर् से प्रदशिपि करने का आदेि देिा है।
  33. 33. अध्याय 5: टरेड यूवनयन अवधवनयम इस अध्याय में हम ट्रेड यूशनयन अशधशनयम 1926 र्र चचाप करिे हैं, जो शिशट्ि भारि में स्थाशर्ि प्रारोंशभक श्रम कानूनोों में से एक था और जो आज भी क ु छ सोंिोधनोों क े साथ कायम है। अशधशनयम में भारि में ट्रेड यूशनयनोों की स्थार्ना, र्ोंजीकरण, अशधकार और देनदाररयाों और कामकाज िाशमल हैं।
  34. 34. चित्र: ट्रेड यूनियि अचिनियम 1946 का पहला पृष्ठ 5.1 भािि में टरेड यूवनयन ों का परिचय औि इविहास ट्रेड यूशनयन श्रशमकोों का एक सोंिशठि समूह है जो प्रशिष्ठान में सभी श्रशमकोों का प्रशिशनशधत्व करिा है और बेहिर वेिन और काम की ििों क े शलए लड़ने का प्रयास करिा है। वे काम और वेिन की ििों क े मामले में श्रशमकोों द्वारा सामूशहक सौदेबाजी का एक साधन हैं और शनयोक्ताओों द्वारा उनकी माोंिोों को र्ूरा नहीों करने की स्स्थशि में औद्योशिक कारपवाई या हड़िाल बुलाने क े शलए भी हैं। ट्रेड यूशनयनोों को ट्रेड यूशनयन अशधशनयम द्वारा शवशनयशमि शकया जािा है। ऐशिहाशसक रूर् से, ट्रेड यूशनयनें काम करने की स्स्थशियोों में कई सुधारोों क े शलए शजम्मेदार रही हैं जैसे शक शदन में 8 घोंट्े काम करना, छु शट्टयाों, न्यूनिम मजदू री आशद। र्ूरी दुशनया में, औद्योशिक युि क े आिमन क े साथ, 19 वीों ििाब्दी क े आसर्ास शवशभन्न उद्योिोों में ट्रेड यूशनयनोों की िुरुआि हुई। र्हली औद्योशिक िस्क्तयोों में से एक होने क े नािे, शिट्ेन उन र्हले स्थानोों में से एक था जहाों ट्रेड यूशनयनोों का उदय हुआ। चूोंशक भारि र्र शिट्ेन का िासन था और बोंबई, कलकत्ता और मिास जैसे बड़े िहरोों में कर्ास शमलोों जैसे कई उद्योि थे, भारि में भी ट्रेड यूशनयनोों की िुरुआि 19वीों ििाब्दी क े उत्तराधप में हुई थी। भारि में र्हला ट्रेड यूशनयन आम िौर र्र
  35. 35. बॉम्बे शमल-हैंड्स एसोशसएिन क े रूर् में जाना जािा है शजसकी स्थार्ना 1890 में एन.एम. लोखोंडे ने की थी। चित्र: भारत में क ु छ ट्रेड यूनियिों क े लोिो प्रथम शवश्व युद् और रूसी िाोंशि से उत्पन्न असोंिोर् क े कारण, शजसने दुशनया भर क े श्रशमकोों को प्रेररि शकया, प्रथम शवश्व युद् क े बाद ट्रेड यूशनयनोों में िेजी से वृस्द् हुई। र्हला र्ोंजीक ृ ि सोंघ 1918 में बीर्ी वाशडया द्वारा स्थाशर्ि मिास लेबर यूशनयन था। अस्खल भारिीय ट्रेड यूशनयन काोंग्रेस या एट्क AITUC की स्थार्ना 1920 में हुई थी। ट्रेड यूशनयन अशधशनयम 1926 में ट्रेड यूशनयनोों को शनयोंशिि और मॉशनट्र करने क े शलए लाया िया था। विपमान में कई अस्खल भारिीय ट्रेड यूशनयन हैं जैसे सीट्ू (भारिीय ट्रेड यूशनयनोों का क ें ि), एट्क (ऑल इोंशडया ट्रेड यूशनयन काोंग्रेस), इोंट्क (इोंशडयन नेिनल ट्रेड यूशनयन काोंग्रेस), भारिीय मजदू र सोंघ आशद। कई ट्रेड यूशनयन भारि में
  36. 36. राजनीशिक दलोों से सोंबद् हैं। अस्खल भारिीय बैंक कमपचारी सोंघ और अस्खल भारिीय रेलवे कमपचारी सोंघ जैसे क्षेि शवशिष्ट् ट्रेड यूशनयन भी हैं। 1990 क े दिक में भारिीय अथपव्यवस्था क े उदारीकरण क े बाद, ट्रेड यूशनयन की सदस्यिा में शिरावट् आई है, खासकर आईट्ी जैसे नए उद्योिोों में। हालाोंशक, बैंशक ों ि, रेलवे, शबजली और सोंचार जैसे र्ारोंर्ररक क्षेिोों में उनकी अभी भी र्यापप्त सदस्यिा है। 5.2 टरेड यूवनयन अवधवनयम का सािाोंश ट्रेड यूशनयन अशधशनयम में सरकार द्वारा शनयुक्त रशजस्टरार क े सामने ट्रेड यूशनयन क े र्ोंजीकरण से सोंबोंशधि अनुभाि िाशमल हैं। र्दाशधकाररयोों की सूची, ट्रेड यूशनयन क े शनयम, ट्रेड यूशनयन की सोंर्शत्त और देनदाररयोों की सूची, र्ोंजीक ृ ि कायापलय का र्िा और अन्य दस्तावेजोों को दिापने वाले दस्तावेजोों क े साथ एक फॉमप उशचि प्रारूर् में जमा शकया जाना चाशहए। ट्रेड यूशनयन अशधशनयम क े अनुसार, ट्रेड यूशनयन को र्ोंजीक ृ ि करने क े शलए कमपचाररयोों की न्यूनिम सोंख्या होनी चाशहए, जो प्रशिष्ठान की िाकि का कम से कम 10% या 100 सदस्य, जो भी कम हो। इनमें से कम से कम 7 कमपचारी ट्रेड यूशनयन र्ोंजीकरण क े समय प्रशिष्ठान क े सशिय रोजिार में होने चाशहए। ट्रेड यूशनयन र्ोंजीकरण को मोंजूरी देने और र्ोंजीकरण का
  37. 37. प्रमाण र्ि शदए जाने से र्हले क ु छ अन्य शनयमोों को भी र्ूरा करने की आवश्यकिा है। ट्रेड यूशनयन क े शनयमोों में ट्रेड यूशनयन का नाम, स्थार्ना का उद्ेश्य, शजन वस्तुओों र्र ट्रेड यूशनयन फ ों ड खचप शकया जा सकिा है, जैसे शक र्दाशधकाररयोों को वेिन और कानूनी मुकदमोों की लािि, राजनीशिक दलोों क े समथपन क े शलए एक अलि फ ों ड सशहि शनशदपष्ट् करना िाशमल है। शजन ििों क े िहि सदस्य शनयमोों से लाभ र्ाने क े हकदार हैं, सोंिोधन की प्रशिया, धन की लेखा र्रीक्षा और र्ुस्तकोों का शनरीक्षण, और अोंि में ट्रेड यूशनयन क े शवघट्न क े िरीक े । इस अशधशनयम में र्दाशधकाररयोों की अयोग्यिा और र्ररविपन क े साथ-साथ एक ट्रेड यूशनयन क े शवघट्न की प्रशिया क े प्रावधान िाशमल हैं। इसमें ट्रेड यूशनयनोों क े शवशनयमोों क े बारे में अनुभाि हैं, शजसमें शवशनयम बनाने की िस्क्त और शवशनयमोों का प्रकािन िाशमल है। इसमें सोंर्शत्त और देनदाररयोों क े साथ ऑशडट् ररर्ोट्प या िलि जानकारी की आर्ूशिप सशहि रशजस्टरार को अर्नी ररट्नप जमा नहीों करने र्र ट्रेड यूशनयन र्र लिाए िए दोंड का प्रावधान है।
  38. 38. चित्र: ट्रेड यूनियि क े पंजीकरण क े ललए िमूिा आिेदि। इसक े साथ ट्रेड यूनियि क े अचिकाररयों की सूिी, नियम और संपवि और देिदाररयों का वििरण और क ु छ अन्य दस्तािेज हैं। 5.3 वनष्कषप
  39. 39. इस अध्याय में हमने ट्रेड यूशनयन अशधशनयम र्र चचाप की है, जो मुख्य रूर् से ट्रेड यूशनयनोों को र्ोंजीक ृ ि और शवशनयशमि करने क े उद्ेश्य से है। ट्रेड यूशनयन सामूशहक सौदेबाजी और कमपचाररयोों क े कल्याण क े शलए मूल्यवान साधन हैं।
  40. 40. अध्याय 6: िेिन अवधवनयम, कमपचािी मुआिजा अवधवनयम औि न्यूनिम मजदू िी अवधवनयम का भुगिान इस अध्याय में हम भारि में मजदू री क े भुििान से सोंबोंशधि क ु छ कानूनोों र्र चचाप करिे हैं। इनमें वेिन भुििान अशधशनयम 1936, कमपचारी क्षशिर्ूशिप अशधशनयम 1923 और न्यूनिम मजदू री अशधशनयम 1948 िाशमल हैं। इन अशधशनयमोों का उद्ेश्य श्रशमकोों को उशचि और समय र्र मजदू री का भुििान सुशनशिि करना और चोट् लिने की स्स्थशि में मुआवजा भी सुशनशिि करना है। 6.1 कमपचािी मुआिजा अवधवनयम 1923 कमपचारी मुआवजा अशधशनयम, शजसे कामिार मुआवजा अशधशनयम भी कहा जािा है, कमपचाररयोों या उनक े आशश्रिोों या र्ररजनोों को मुआवजे क े भुििान का प्रावधान करिा है। मुआवजे का भुििान दुघपट्ना क े मामले में शकया जाना है शजससे मृत्यु या िोंभीर चोट् लििी है। अशधशनयम क े िहि कवर की िई चोट्ें शनयोक्ता क े र्ररसर में अर्ने कायप किपव्योों को करिे समय श्रशमकोों को हुई होोंिी। अशधशनयम क े िहि कवर की िई चोट्ें िीन शदनोों से अशधक क े शलए होनी चाशहए।
  41. 41. कायप क े दौरान हाशनकारक रसायनोों क े सोंर्क प में आने से उत्पन्न होने वाली व्यावसाशयक बीमाररयाों भी इस अशधशनयम क े अोंििपि आिी हैं। हालाोंशक, शनयोक्ता मुआवजे का भुििान करने क े शलए उत्तरदायी नहीों है यशद कमपचारी निे में या डर ग्स र्र चोट् लिी थी, या अर्नी सुरक्षा क े शलए शनयमोों या प्रशियाओों की जानबूझकर अवज्ञा की थी, या शकसी भी सुरक्षा उर्करण को जानबूझकर हट्ा शदया था। भुििान की जाने वाली मुआवजे की राशि आोंशिक रूर् से इस बाि र्र शनभपर करिी है शक क्या कमपचारी ने भी चोट्ोों क े कारण एक अोंिदायी लार्रवाही की थी। कमपचारी की मृत्यु क े मामले में, कमपचारी क े माशसक वेिन क े 50% िक की राशि को एक कारक से िुणा शकया जािा है। स्थायी आोंशिक या र्ूणप अक्षमिा क े मामले में, मजदू री का 60% देय है। यशद शनयोक्ता द्वारा मुआवजे का भुििान नहीों शकया जािा है, िो कमपचारी श्रम कायापलय या श्रम आयुक्त क े साथ शववाद खड़ा कर सकिा है। 6.2 िेिन भुगिान अवधवनयम 1936 यह अशधशनयम प्रत्येक महीने की 7 िारीख को या उससे र्हले कमपचारी क े वेिन क े समय र्र भुििान का प्रावधान करिा है,
  42. 42. यशद श्रशमकोों की सोंख्या 1000 से कम है, या प्रत्येक महीने की 10 िारीख से र्हले यशद श्रशमकोों की सोंख्या 1000 से अशधक है। मजदू री का भुििान नोट्ोों या शसक्ोों में या कमपचारी की सहमशि होने र्र चेक द्वारा बनाया जाना चाशहए। कोई भी वेिन अवशध एक महीने से अशधक नहीों होनी चाशहए। यह अशधशनयम शनयोक्ता द्वारा शकए िए वेिन में अनाशधक ृ ि कट्ौिी से सुरक्षा का भी प्रावधान करिा है। अशधक ृ ि कट्ौशियोों में जुमापना, किपव्य से अनुर्स्स्थशि, शनयोक्ता द्वारा दी िई सेवाओों क े शलए कट्ौिी, क्षशि या हाशन, ऋण की वसूली आशद िाशमल हैं। कोई भी कट्ौिी जो अशधक ृ ि नहीों है उसे अनशधक ृ ि कट्ौिी क े रूर् में माना जािा है शजसक े शलए कमपचारी अर्ने सोंघ क े माध्यम से शववाद उठा सकिा है या श्रम कायापलय क े र्ास र्हुोंचकर। 6.3 न्यूनिम मजदू िी अवधवनयम 1948 यह अशधशनयम शवशभन्न व्यवसायोों क े क ु िल और अक ु िल श्रशमकोों को प्रशि शदन क े आधार र्र न्यूनिम मजदू री की दरें िय करने का प्रावधान करिा है। न्यूनिम वेिन में मूल क े साथ-साथ र्ररविपनीय महोंिाई भत्ता घट्क भी िाशमल है। न्यूनिम मजदू री का शनधापरण जीवन यार्न की लािि र्र आधाररि होिा है और इसे र्ूरे राज्य या रोजिार क े र्ूरे विप क े शलए िय शकया जा सकिा है। राज्य और क ें ि सरकार क े र्ास आवश्यक समझे जाने र्र न्यूनिम मजदू री िय करने और
  43. 43. बदलने की िस्क्त है। यशद शनयोक्ता न्यूनिम मजदू री का भुििान नहीों करिा है, िो वे दोंड क े शलए उत्तरदायी होोंिे। 6.4 ब नस भुगिान अवधवनयम 1965 यह अशधशनयम 20 से अशधक श्रशमकोों वाले शकसी भी प्रशिष्ठान र्र लािू होिा है और शनयोक्ताओों को वेिन क े प्रशििि क े रूर् में योग्य कमपचाररयोों को वाशर्पक बोनस का भुििान करने का आदेि देिा है। र्ाि कमपचारी वे हैं जो 21000 प्रशि माह से कम कमा रहे हैं और वर्प में कम से कम 30 शदनोों क े शलए प्रशिष्ठान में काम शकया है। वर्प क े दौरान न्यूनिम बोनस 8.33% या 100 रुर्ये और अशधकिम वेिन का 20% शनधापररि शकया िया है। बोनस का भुििान करोों की कट्ौिी क े बाद शनयोक्ता क े सकल लाभ में से शकया जािा है। सरकार शनरीक्षकोों की शनयुस्क्त कर सकिी है जो बोनस और मजदू री का भुििान समय र्र सुशनशिि करने क े शलए र्ररसर और ररकॉडप का शनरीक्षण कर सकिे हैं। उल्लोंघन क े मामले में, शनयोक्ता कारावास या जुमापना सशहि दोंड क े शलए उत्तरदायी हैं। 6.5 वनष्कषप इस अध्याय में हमने कमपचाररयोों को शदए जाने वाले वेिन, बोनस और मुआवजे से सोंबोंशधि कानूनोों र्र चचाप की है।
  44. 44. अध्याय 7: कािर्ाना अवधवनयम इस अध्याय में हम कारखाना अशधशनयम 1948 र्र चचाप करिे हैं, जो काम करने की स्स्थशि में सुधार क े शलए सुरक्षा उर्ाय प्रदान करिा है और कारखानोों में काम करने वाले कमपचाररयोों क े स्वास्थ्य और सुरक्षा की रक्षा करिा है, शजसमें दुघपट्नाओों की रोकथाम क े उर्ाय भी िाशमल हैं।
  45. 45. चित्र: कारखािा अचिनियम 1948 का पहला पृष्ठ 7.1 कािर्ाना अवधवनयम का परिचय कारखाना अशधशनयम कमपचाररयोों क े स्वास्थ्य और सुरक्षा से सोंबोंशधि व्यार्क लाभ और सुरक्षा प्रदान करिा है। यह 10 या अशधक श्रशमकोों वाले शकसी भी र्ररसर र्र लािू होिा है। व्यवसाय का स्वामी, शजसे अशधभोिी कहा जािा है, अशधशनयम क े िहि सुरक्षा और कल्याण से सोंबोंशधि प्रावधानोों को सुशनशिि करने क े शलए शजम्मेदार है, यशद वे र्ालन करने में शवफल रहिे हैं िो दोंड लािू होिा है। समग्र उद्ेश्य कमपचाररयोों क े स्वास्थ्य और सुरक्षा को बढाना और कायपस्थल को अशधक सुखद बनाना है। 7.2 कािर्ाना अवधवनयम का सािाोंश फ ै क्ट्री अशधशनयम क े अनुसार, कोई भी वयस्क श्रशमक सप्ताह में 48 घोंट्े या शदन में 9 घोंट्े से अशधक काम शबना ओििटाइम मजदू िी क े भुििान क े नहीों कर सकिा है। इसी िरह, यशद श्रशमकोों को उनकी वैधाशनक छु शट्टयोों से वोंशचि शकया जािा है, िो उन्हें प्रशिर्ूरक अवकाि शदया जाएिा या उसी क े शलए भुििान शकया जाएिा। यह अशधशनयम शनयोक्ता को कारखाना र्ररसर में साफ-सफाई बनाए िर्ने का आदेि देिा है। इसमें कचरे और अर्शिष्ट्ोों का
  46. 46. समय र्र शनर्ट्ान, वायु र्ररसोंचरण, धूल और धुएों की रोकथाम जो श्रशमकोों को चोट् र्हुोंचा सकिी है, भीड़भाड़ की रोकथाम, र्यापप्त प्रकाि व्यवस्था, िौचालयोों, मूिालयोों और थूकदानोों क े प्रावधान जैसे माध्यमोों क े माध्यम से एक अच्छा वेंशट्लेिन, िार्मान और आिीकरण का रखरखाव िाशमल है। इस अशधशनयम में क ु छ सुिक्षा सोंबोंधी आदेश भी िाशमल हैं, शजसमें मिीनरी की बाड़ लिाना, शबना र्यापप्त शनदेि क े खिरनाक मिीनोों र्र युवा अनुभवहीन लोिोों क े रोजिार र्र प्रशिबोंध, नई मिीनरी का आवरण, और दुघपट्ना की स्स्थशि में िुरोंि शबजली काट्ने क े शलए शियर और उर्करणोों का प्रावधान िाशमल है। . इसमें खिरनाक प्रशियाओों क े प्रकट्ीकरण और शनरीक्षण को भी िाशमल शकया िया है। कारखाने में श्रवमक ों क े कल्याण क े शलए, अशधशनयम में क ैं ट्ीन, बैठने, भोंडारण और कर्ड़े सुखाने की सुशवधा, प्राथशमक शचशकत्सा बॉक्स, शवश्राम कक्ष और र्ीने क े र्ानी क े प्रावधान क े साथ लोंच-रूम और शजन प्रशिष्ठानोों में 30 से अशधक मशहला श्रशमक कायपरि हैं, छोट्े बच्ोों की देखभाल क े शलए ि े च जैसी सुशवधाओों का प्रावधान है। 7.3 वनष्कषप इस अध्याय में हमने कारखाना अशधशनयम क े प्रावधानोों का अध्ययन शकया है, शजसका उद्ेश्य कारखानोों में काम करने वाले
  47. 47. लोिोों क े शलए बुशनयादी स्वास्थ्य और सुरक्षा सोंबोंधी उर्ायोों को सुशनशिि करना है।
  48. 48. अध्याय 8: िेिन सोंवहिा 2019 इस अध्याय में हम वेिन सोंशहिा 2019 र्र चचाप करिे हैं, जो भारि में श्रम कानूनोों को सरल बनाने क े शलए भारि सरकार द्वारा लाए िए चार कोडोों में से एक है। यह कोड मुख्य रूर् से मजदू री और वेिन, ओवरट्ाइम, बोनस और न्यूनिम मजदू री आशद से सोंबोंशधि कानूनोों से सोंबोंशधि है।
  49. 49. चित्र: िेति संहहता 2019 का पहला पृष्ठ
  50. 50. 8.1 िेिन सोंवहिा का परिचय वेिन सोंशहिा 2019 (मजदू री की सोंशहिा) में भारि सरकार द्वारा लाई िई थी। इस सोंशहिा का उद्ेश्य श्रम और कामकाजी र्ररस्स्थशियोों से सोंबोंशधि कई कानूनोों को सरल और आधुशनक बनाना और शनयोक्ताओों और कमपचाररयोों क े शहिोों को सोंिुशलि करना था। एक अन्य उद्ेश्य सभी श्रम कानूनोों को चार मुख्य कोडोों में समेशकि करना था, अथापि् मजदू री का कोड, सामाशजक सुरक्षा का कोड, व्यावसाशयक सुरक्षा का कोड, स्वास्थ्य और काम करने की स्स्थशि और औद्योशिक सोंबोंधोों का कोड। वेिन सोंशहिा शर्छले मौजूदा कानूनोों की जिह लेिी है: मजदू री का भुििान अशधशनयम 1936, न्यूनिम मजदू री अशधशनयम 1948, बोनस भुििान अशधशनयम 1965 और समान र्ाररश्रशमक अशधशनयम 1976। 8.2 िेिन सोंवहिा का सािाोंश कोड क े अनुसार, वेिन में मूल वेिन, महोंिाई भत्ता और प्रशिधारण भत्ता िाशमल है और इसमें बोनस, शनयोक्ता द्वारा प्रदान शकया िया आवास, र्ीएफ और र्ेंिन योिदान, एचआरए, ग्रेच्युट्ी आशद जैसे घट्क िाशमल नहीों हैं। ये सभी घट्क क ु ल वेिन क े 50% से अशधक नहीों होने चाशहए।
  51. 51. इस कोड क े िहि, क ें ि सरकार जीवन स्तर को ध्यान में रखिे हुए, मजदू री क े शलए एक राष्ट्र ीय न्यूनिम दर शनधापररि करिी है। शकसी भी राज्य क े शलए न्यूनिम मजदू री की दर न्यूनिम मजदू री दर से अशधक होनी चाशहए, और इसे दैशनक, माशसक आशद जैसे समय क े काम क े शलए शनधापररि शकया जा सकिा है और श्रशमकोों क े कौिल और अन्य कारकोों को ध्यान में रखा जा सकिा है। शनयोक्ता को अर्ने कमपचाररयोों को कम से कम न्यूनिम मजदू री का भुििान करना चाशहए। न्यूनिम मजदू री दरोों को हर र्ाोंच साल में सोंिोशधि शकया जाना चाशहए। एक कायप शदवस में काम क े घोंट्े क ें ि या राज्य सरकारोों द्वारा िय शकए जािे हैं। हर साि शदनोों में एक आराम का शदन प्रदान शकया जाना चाशहए और श्रशमकोों को ओवरट्ाइम दर र्र भुििान शकया जाना चाशहए, जो सामान्य दर से कम से कम दोिुना होना चाशहए, यशद काम क े घोंट्े अशधक हो जािे हैं या यशद उन्हें आराम क े शदन काम करने क े शलए कहा जािा है। मजदू री का भुििान शनम्नशलस्खि में से शकसी भी िरीक े से शकया जा सकिा है: नकद, चेक, बैंक को ि े शडट् या इलेक्ट्रॉशनक मोड। शनयोक्ता द्वारा मजदू री कट्ौिी क े वल जुमापना या नुकसान या ड्यूट्ी से अनुर्स्स्थशि या अशग्रम की वसूली क े मामले में की जा सकिी है, और कट्ौिी क ु ल मजदू री क े 50% से अशधक नहीों हो सकिी है। कम से कम 30 शदनोों क े काम क े साथ 20 से अशधक लोिोों वाले प्रशिष्ठानोों में सभी कमपचारी, न्यूनिम राशि से कम वेिन वाले

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