2. कोशिका शिभाजन क्या है ?
कोनिकत निभतजन कत आिय उस प्रनियत से है, नजसक
े अन्तर्ात एक
कोनिकत से दो कोनिकतओं कत ननमताण होतत है, नजससे जीिों में
प्रजनन और िृद्धि सम्भि हो पतती है। इस घटनत में पहले DNA कत
निर्ुणन और निर क
े न्द्रक तथत कोनिकतद्रव्य कत निभतजन होतत है।
कोनिकत निभतजन सभी जीिों क
े नलए एक अत्यंत महत्वपूणा प्रनियत है
नजसमे कोनिकत निभतजन क
े दौरतन डीएनए प्रनतक
ृ नत ि कोनिकत िृद्धि
होती है।
3. ये सभी प्रनियतएं जैसे कोनिकत निभतजन, डीएनए प्रनतक
ृ नत और
कोनिकत िृद्धि एक दू सरे क
े सतथ समतयोनजत होकर, इस प्रकतर संपन्न
होती हैं नक कोनिकत निभतजन सही होतत है ि संतनत कोनिकतओं में
इनकी पैतृक कोनिकतओं ितलत जीनोम होतत है।
4. कोशिका शिभाजन क
े प्रकार
कोशिका शिभाजन प्रमुख रुप से तीन प्रकार का होता है :-
1. असूत्री शिभाजन – प्रोक
ै ररयोनटक जीिों में
2. सूत्री शिभाजन यत समसूत्री शिभाजन – कतनयक कोनिकतओं में
३ अर्द्धसूत्री शिभाजन – जनननक कोनिकतओं में
5. कोशिका शिभाजन
और
कोशिका चक्र
सभी सजीिों की कोनिकतएं दो भतर्ों में निभतनजत होकर जनन करती
है, नजसमे प्रत्येक पैतृक कोनिकत निभतनजत होकर दो नई संतनत
कोनिकतओं कत ननमताण करती है ये नि नननमात संतनत कोनिकतएं स्वयं
िृद्धि एिं पुन: निभतजन करती है |
6. कोशिका चक्र क्या है ?
कोनिकत निभतजन सभी जीिों क
े नलय एक महत्वपुणा प्रनियत है| एक
कोनिकत निभतजन क
े दौरतन डीएनए प्रनतक
ृ नत ि कोनिकत िृद्धि होती
है कोनिकत अपने जीनोम कत निर्ुणन ि अन्य संघटकों कत संश्लेषण
और तत्पश्चतत निभतनजत होकर दो नई संतनत कोनिकतओं कत ननमताण
करती है, इसे कोनिकत चि कहते है|
7. यद्यनप कोनिकत िृद्धि (कोनिकतद्रव्यीय िृद्धि क
े संदभा में) एक सतत
प्रनियत है, नजसमें डीएनए कत संश्लेषण कोनिकत चि की नकसी एक
निनिष्ट अिस्थत में होतत है। कोनिकत निभतजन क
े दौरतन, प्रनतक
ृ नत
र्ुणसूत्र (डीएनए) जनटल घटनत िम क
े ितरत संतनत क
ें द्रकों में नितररत
हो जतते हैं। ये सतरी घटनतएं आनुिंनिक ननयंत्रण क
े अंतर्ात होती हैं।
8.
9. एक प्ररूपी (यूक
े ररयोनटक) चि कत उदतहरण मनुष्य की कोनिकत
क
े संििान में होतत है, जो लर्भर् प्रत्येक चौबीस घंटे में निभतनजत
होती है। यद्यनप कोनिकत चि की यह अिनध एक जीि से दुसरे जीि
एिं कोनिकत से दू सरी कोनिकत प्रतरूप क
े नलए बदल सकती है।
उदतहरणतथा- यीस्ट क
े कोनिकत चि क
े पूणा होने मेंलर्भर् नब्बे
नमनट लर्ते हैं।