2. मानचित्र
मानचित्र है क्या ?
मानचित्र क
े वल एक ड्
र ाइंग (2 - ड्ी में) या एक स्थान (3 ड्ी)
क
े परिदृश्य क्षेत्र की तस्वीि है.
मानचित्र पृथ्वी क
े एक भाग, जो ऊपि से चिखाई िेता है, को
पैमाने क
े अनुसाि चित्र क
े रूप में प्रिचषित किता है.
वैज्ञाचनक शब्दावली में
मध्ांहन औि समान्ति िेखाओ क
े वक्र सतही चित्रण की
आधािमूल सतह क
े अनुरूप से चवेआयामी सतह पि प्रिचषित
किना तथा िोनों सतह एक िू सिे क
े अनुरूप हो।
(Representation of meridians and parallels portraying the curve surface of the datum surface upon a two
dimensional plane ; the two surface having one to one correspondence with each other)
3. मानचित्राध्यन क
े उपयोग
मानचित्र क
े उपयोग क
े बािे में आप यह सोि सकतें है चक जहां आप
जा िहे हैं वह जगह क
ै से चिखती होगी औि आप को उस स्थान पि
पहुँिने क
े चलए चकन-चकन स्थलों व चवशेष स्थानों से गुजिना होगा।
मानचित्र चवचभन्न स्थलों व स्थानों क
े होने व उनकी बीि की िू िी क
े
बािे में जानकािी प्रिान किता है।
ये यह भी िशािता है चक भू भाग की चवचवधता, चवचभन्न स्थलों की
ऊ
ुँ िाई औि वनस्पचत आविण की सीमा कहंाा तक है।
जल ग्रहण क्षेत्र प्रबधंन हेतु अचधक से अचधक भूचम का चवविण अैााि
अन्य जानकािी प्राप्त किना।
चवकास कायो क
े चनयोजन में प्रयुक्त चकया जाता है।
िक्षा व प्रशासन में प्रयुक्त किना।
4. मूलभूत मानचित्र पढ़ने क
े कौशल
मानचित्र को बनाने व पढ़ने क
े चिए
क
ु छ चनयमोों का पािन करना होता है।
उत्तरए दचिण, पूवव, पचिम और िार
मुख्य चदशाओों हैं
मानचित्र में, उतर शीर्व पर, ति की
तरफ दचिण, बाोंई तरफ पचिम व दाोंई
तरफ पूवव दशावया जाता है।
हर मानचित्र पैमाने का उपयोग करते
हुए दो भू भागोों की वास्तचवक दू री ज्ञात
की जा सकती है।
मानचित्र पर चवशेर् प्रतीकोों से
वास्तचवक दुचनया की िीजें जैसे चक
रास्तें, भवनोों, सडको,पुिोों और नचदयाों
चदखाई जा सकती हैं।
5. मूलभूत मानचित्र पढ़ने क
े कौशल..
मानचित्र में रोंगो का प्रयोग भी चकया जाता है ताचक अचिक से
अचिक जानकारी दी जा सक
े जैसे चक पानी क
े चिए नीिा
रोंग,जोंगि क
े चिए हरा रोंग का प्रयोग व बोंजर भूचम क
े चिए
सफ
े द रोंग का प्रयोग चकया जाता हैं।
मानचित्र की एक प्रतीक सारणी होती है जो प्रतीकोों और
इसक
े अर्व क
े बारे में दशावती है चजसे भी मानचित्र में प्रयोग
चकया जाता है।
पृथ्वी क
े ईदचगदव काल्पचनक रेखाओों का जाि चदखाया जाता
है। इन रेखाओों को अिाोंश व देशाोंतर कहा जाता है और
इसक
े प्रयोग से पृथ्वी चकसी चबन्दू की सही पहिान की जा
सकती है।
इन उपरोक्त बातोों का घ्यान रखते हुए आप चकसी भी टोपो
शीट या स्र्िाक
ृ चतक मानचित्र को आसानी से पढ़ सकते हैं।
6. मानचित्राध्यन
टोपोशीट जोचक िाई तिफ नीिे है की गुगल फोटो उसक
े ऊपि
िशािई गई है भवनों व सड़को की मानचित्र पि िेखा जा सकता है।
7. मानचित्र माप - मान
माप-मान भूचम व मानचित्र पि िशािए
गए स्थलों क
े आकािों का संबध है।
1:25,000 का मापमान भाितीय
सवेक्षण चवभाग वािा भाितीय
स्थलाक
ृ चतक मानचित्रण क
े चलए
प्राथचमक मापमान क
े रूप में प्रयोग
चकया गया।
औि अन्य 1:50,000, 1:2,50,000,
1:10,00,000
1:15000 का मापमान चवशेष रूप से,
भाितीय वन सवेक्षण चवभाग वन नक्शे क
े
चलए उपयोग में लाती है।
8. पैमाना
मानचित्र का पैमाना चनचित अनुपात है जो मानचित्र पि चबंिुओं क
े
स्थानों क
े बीि की प्रत्येक िू िी जमीन पि अपनी स्स्थचत क
े बीि की
िू िी क
े बिाबि होती है।
पैमाने को एक चनयचमत अंश क
े माध्म से भी व्यक्त चकया जाता
है चजसका अंक हमेशा एक होता है।
अंश को "प्रचतचनचध फ्र
ै क्शन (आिएफ)" कहा जाता है।
उिाहिण क
े चलए, यचि पैमाने 10 मीटि से 1 सेमी है, तो
आिएफ। पैमाने 1 सेमी / [10 × 100 सेमी] = 1/1000 है
नक्शे क
े तिाजू चनम्नचलस्खत िो तिीकों से िशािए जाते हैं:
ए) संख्यात्मक स्क
े ल
ख) ग्राचफकल स्क
े ल
9. पैमाने की चवशेर्ताएों
यह पयािप्त बड़ा होना िाचहए। (आमतौि पि 18 सेमी से 27 सेमी
क
े बीि लेचकन 32 सेमी से अचधक नहीं)
इसे सटीक रूप से चवभाचजत औि ध्ान से क्रमांचकत चकया जाना
िाचहए।
शून्य को हमेशा इकाई औि इसक
े उपचवभागों क
े बीि िखा जाना
िाचहए।
इसक
े प्रचतचनचध अंश क
े साथ पैमाने का नाम मानचित्र पि चलखा
जाना िाचहए।
इसे आसानी से पढ़ा जाना िाचहए औि मानचित्र पि िू िी मापने में
कोई अंकगचणतीय गणना शाचमल नहीं होनी िाचहए। मुख्य चवभागों
को, एक, िस, या सौ इकाइयों का प्रचतचनचधत्व किना िाचहए
10. टोपोशीट सोंख्या
भारतीय सवेिण चवभाग (SOI) एक अोंतरावष्टीय नामपद्धचत को मानता है
चजसमें चक प्रत्येक अोंतराि को देशाोंतर व अिाोंश क
े िार प्रभागोों को
1:1000000 पैमाने पर एक चवशेर् क्रमाोंक चदया जाता है।
टोपोशीट को उनक
े चवशेर् क्रमाोंक द्वारा जाना जाता है और भारत की
सीमा क्रमाोंक सख्याों 39 से 88 तक की टोपोशीट में चनचहत है।
प्रत्येक ऐसी चिड चफर 16 प्रभागोों में बाोंटी जाती है और इसे A से P तक
क्रमाोंचकत चकया जाता है (ऊपरी बाोंई तरफ से नीिे दाोंई तरफ तक) और यह
देशाोंतर व अिाोंश का 1° अोंतराि को दशावता है
चफर प्रत्येक शीट को 16 प्रभागोों में चफर से बाोंटा जाता है और इस 1 से 16
तक क्रमाोंचकत चकया जाता है (ऊपरी बाोंई तरफ से नीिे दाोंई तरफ तक) और
यह 1:50000 क
े स्क
े ि में 15 चमनट क
े अोंतराि को दशावता है
इसे चफर से 4 प्रभागोों में बाोंटा जाता है जो चक 1:25000 क
े स्क
े ि पर होता
है और इसे NW,NE,SW तर्ा SE से नामाोंचकत चकया जाता है।
इसचिए शीट सख्याों 53/F/1/NW 1:25000 स्क
े ि की शीट है।
11.
12. अक्षांश (Latitude)
यचि आप पृथ्वी क
े क
ें द्र में खड्ेे़ हो सकते औि आप पृथ्वी की आस-पास की
सतह को िेख सकते औि आप क
े चसि क
े ठीक ऊपि उत्तिी ध्रुव की औि
यचि आप सीधा िेखें तो आप भुमध् िेखा को िेख िह होगें ।
यह काल्पचनक िेखा चबल्क
ु ल उत्तिी व िचक्षणी ध्रुव क
े बीिों बीि होगी औि
यह 0° अक्षांश होगा क्योंचक आप 0° कोण पि सीधे िेख िहे होंगे।
यचि आप 30° कोण पि िेखें तो आप को अक्षांश 30° होगा अगि आप ओि
ऊ
ुँ िा िेखते िहे औि ठीक आपक
े ऊपि जोचक 90° उत्ति अक्षांश पि िेख
िहें होगें।
13. िेशान्ति (longitude)
िेशांति भी एक कोण है जो पृथ्वी क
े िािों ओि पूवि औि पचिम में है िेशांति िेखाओं को
मध्ाह्न िेखाएं कहा जाता है।
िेशांति क
े चलए एक प्रािम्भ चबंिू माना गया औि यह चिटेन मे िॉयल ग्रीनचवि वेधशाला का
स्थान है।
िेशांति िेखा जो इस स्थान से गुजिती है, को प्रधान मेिीड्ीयन(मध्ांहन िेखा) कहा जाता है
औि यह शून्य चड्ग्री िेशान्ति है।
ध्ान िें चक िेशांति िेखांए समांति नहीं हैं औि ध्रूव क
े किीब जाते ही मध्ांहन िेखाओं क
े
बीि की िू िी कम होती जाती है तब तक चक ध्रूव पि यह चमल नहीं जाती।
15. SURVEYING – I (CE- 128)
15
NUST Institute of Civil Engineering/ Engr Muhammad Ammar
16. SURVEYING – I (CE- 128)
16
NUST Institute of Civil Engineering/ Engr Muhammad Ammar
17. SURVEYING – I (CE- 128)
17
NUST Institute of Civil Engineering/ Engr Muhammad Ammar
18.
19. समोच्च js[kk,a
समोच्य िेखाएं वह िेखाएं है जो चक
उन सभी चबन्िुओं को जोड़ कि
बनती है जो समुद्र स्थल से समान
ऊ
ुँ िाई पि हों।
समुद्र स्ति समोंच्य िेखा का संिभि
स्ति ड्ेटम क
े रूप में किीब-किीब
सभी स्थलाक
ृ चतक मानचित्रों में
प्रयोग चकया जाता है।
आधाि िेखा (ड्ेटम) क
े ऊपि सभी
समोच्य अलग-अलग होती है।
इन लाइनों क
े रूप व इस क
े
अंतिाल,सटीकता से घाचटयों की
जगह औि पहाचड़यों क
े ढलवांपन
को िशािते है।
20. सीमांत सूिना औि प्रतीक
शीट का नाम : शीट नाम क
े शीषि क
ें द्र पि मोटा मुद्रण
औि कम मानचित्र हाचशया क
े बाएुँ क्षेत्र में पाया जाता
है।
शीट संख्या : शीट संख्या मोटा मुद्रण में िोनों ऊपिी
िाएुँ औि हाचशया की चनिले बाएुँ क्षेत्रों चनकटवती शीट
चित्र है, जो चनिले िाएुँ हाचशये में पाया जाता है औि
क
े न्द्र बॉक्स में पाया जाता है।
मापमान (स्क
े ल) : मापमान िोनों जगहों पि जो चक
ऊपिी बाएं हाचशया क
े पास सीिीज नाम बाएं ओि
चनिले हाचशया क
े मध्म में पाया जाता है।
सीमाओं क
े चलए अनुक्रमाचणका : सीमाओं की
अनुक्रमचणका का चित्र सभी शीट क
े चनिले या िाएं
हाचशये में होता है।
चनकटवती शाीटस चित्र :-सभी मानक पैमाने वाले
मानचित्र में एक चित्र सभी चनकटवती शीट को चिखाता
है।
लीजैंड्:- यह चनिले बाऐ हाचशये में स्स्थत है।
21.
22. बैंिमाक
ि क्या है ?
• बैंिमाक
ि एक ऐसा चबंिू है चजसकी सही ऊ
ुँ िाई पहले से ज्ञात
होती है औि इसे पीतल या एल्यूमीचनयम की प्लेट पि
अंचकत चकया जाता है। इसे मानचित्र पि B.M. चिस्ित होता
है तथा ऊ
ुँ िाई भी मीटि या फीट में चिस्ित की होती है।
• बेंिमाक
ि (मानक स्थान ) समोच्य िेखाओं की चनधारित किने में
उपयोगी है।
27. ए. मुख्य भूभाग चवशेषताएं ..
1) पहाड़ (Hill ): एक पहाड़ी उच्च भूचम का एक क्षेत्र है. एक
पहाड़ी की िोटी से भूचम सभी चिशाओं में नीिे ढलान. एक पहाड़ी
समोच्च लाइनों संक
ें चद्रत िक्र बनाने क
े वािा एक मानचित्र पि
चिखाया जाता है. छोटी संवृत िक्र क
े भीति पहाड़ी है
(2) सैड्ल (Saddle ): एक काठी या उच्च भूचम क
े िो क्षेत्रों क
े बीि
चनम्न चबंिु क
ु तुबनुमे है. एक काठी िो टीलों क
े बीि चनिले भूचम
जरूिी नहीं है, यह बस एक ड्ुबकी हो सकता है या एक स्ति रिज
चशखा क
े साथ को तोड़ने. यचि आप एक काठी में हैं, वहाुँ िो
चवपिीत चिशाओं औि अन्य िो चिशाओं में चनिले भूचम में उच्च भूचम
है. काठी सामान्य रूप से एक hourglass क
े रूप में प्रचतचनचधत्व
चकया है
28. भू-भाग की चवशेषताएं ……
(3) वैली (Valley) घाटी भूचम में बाहि फ
ै ला है बाहि नाली क
े , आमतौि पि धािाओं या नचियों क
े
वािा बनाई है. घाटी तीन पक्षों पि उच्च भूचम क
े साथ शुरू होता है, औि आमतौि पि यह क
े माध्म
से पानी िलाने का एक कोसि है. यचि घाटी में खड़ा है, तीन चिशाओं उच्च भूचम प्रिान किता है,
जबचक िौथे चिशा चनम्न भूचम उपलब्ध किाता है. समोच्च लाइनों क
े गठन एक घाटी या तो यू क
े
आकाि का या वी क
े आकाि का है. यह चनधािरित किने क
े चलए चिशा पानी बह िहा है, समोच्च
लाइनों को िेखो. समोच्च िेखा (यू या वी) क
े संवृत क
े अंत हमेशा निी क
े ऊपि या उच्च भूचम की
ओि इशािा
(4) रिज (Ridge). उच्च भूचम क
े एक रिज एक ढालवां लाइन क
े है. यचि आप एक रिज क
े
centerline पि खड़े हो, तो आप सामान्य रूप से एक ही चिशा में ढलान की चड्ग्री अलग - अलग क
े
साथ तीन चिशाओं औि उच्च भूचम में भूचम चनम्न होगा. अगि आप सही कोण पि एक रिज पाि किने,
तो आप तेजी से चशखा क
े चलए िढ़ाई औि चफि तेजी से आधाि किने क
े चलए उतिना .. समोच्च
लाइनों एक रिज क
े गठन क
े चलए यू क
े आकाि का या वी क
े आकाि क
े होते हैं. संवृत समोच्च िेखा
क
े अंत में उच्च भूचम से से िू ि अंक
29. भू-भाग की चवशेषताएं …
(5) गड्ढा
एक गड्ढा जमीन में सबसे चनििा चबोंदु है या एक चसोंक-होि है।
इसे सभी चदशाओों में उच्च जमीन से चिरे चनम्न जमीन क
े िेत्र क
े रूप में
वचणवत चकया जा सकता है, या बस जमीन में एक छे द।
आमतौर पर क
े वि वह गड्ढे चदखाए जाएों गे जो समोच्च अोंतराि क
े
बराबर या उससे अचिक होते हैं, ।
नक्शे पर, गड्ढे को बोंद समोच्च रेखाओों द्वारा दशावया जाता है चजनक
े
पास कम जमीन की ओर इशारा करते हुए चिचित चनशान होता है
30. लघु भूभाग चवशेषताएं .
(1) ड्
र ा (Draw ): ड्
र ॉ एक घाटी की तुलना में कम चवकचसत धािा पाठ्यक्रम है. एक
आकचषित में अचनवायि रूप से कोई स्ति भूचम है औि, इसचलए, कम या कोई अपने अंिि
पैंतिेबाजी कमिा. यचि आप एक ड्
र ॉ में खड़े कि िहे हैं, भूचम तीन चिशाओं औि अन्य चिशा
में नीिे में ऊपि की ओि ढलान. ड्
र ॉ घाटी क
े प्रािंचभक गठन क
े रूप में माना जा सकता है.
समोच्च लाइनों चित्रण एक ड्
र ॉ U-आकाि या वी क
े आकाि, उच्च भूचम की ओि की ओि
इशािा किते
(2) स्पि (Spur). एक रिज एक छोटी, उच्च भूचम क
े चनिंति ढालवां लाइन है, आम तौि
पि एक रिज की ओि से बाहि jबचहगित भाग. रिज अक्सि िो चकसी न चकसी समानांति
धािाओं, जो कटौती नीिे एक रिज की ओि खींिता है वािा गचठत है. एक ही चिशा में तीन
औि चिशाओं में भूचम ढलान औि नीिे है. समोच्च लाइनों क
े नक्शे पि यू वी या उच्च भूचम
से से िू ि की ओि इशािा किते क
े साथ एक रिज को िशािती है
31. (3) स्िफ (Cliff). एक िट्टान एक ऊर्ध्ािधि या पास खड़ी
चवशेषता है, यह भूचम की अिानक परिवतिन है. जब एक ढाल तो
खड़ी है चक समोच्च लाइनों क
े एक "" समोच्च ले जाने क
े समोच्च में
अचभसिण किने है, यह चपछले समोच्च िेखा चटक चनम्न भूचम की
ओि की ओि इशािा किते चिह्नों है. िट्टानों क
े भी समोच्च लाइनों क
े
वािा चिखाया जाता है बहत किीब एक साथ औि, क
ु छ उिाहिणों
में, एक िू सिे को स्पशि
32. अनुपूिक भूभाग चवशेषताएं
1) कट (Cut): एक कट एक मानव चनचमित उठाया भूचम क
े माध्म से काटने से
परिणामस्वरूप है, आमतौि पि एक सड़क या िेल टरैक क
े चलए एक स्ति पि बेड् क
े रूप में
चवशेषता है. नक्शे पि चिखाया कट्स हैं जब वे कम से कम 10 फ
ु ट ऊ
ं िी हैं, औि वे कट
लाइन क
े साथ एक समोच्च िेखा क
े साथ आकचषित कि िहे. इस समोच्च िेखा कटौती की
लंबाई का चवस्ताि औि चटक चिह्नों है चक कट लाइन से roadbed चवस्ताि है, अगि मानचित्र
पैमाने पि चवस्ताि क
े इस स्ति पि की अनुमचत िेता है
(2) Fill. भिण एक मानव चनचमित एक कम क्षेत्र भिने से परिणामस्वरूप है, आमतौि पि एक
सड़क या िेल टरैक क
े चलए एक स्ति पि बेड् क
े रूप में चवशेषता है. टरैक एक मानचित्र पि
चिखाया जाता है जब वे कम से कम 10 फ
ु ट ऊ
ं िी हैं, औि वे भिण लाइन क
े साथ एक
समोच्च िेखा क
े साथ तैयाि हैं इस समोच्च लाइन में भिा क्षेत्र की लंबाई प्रिान किता है औि
चटक चिह्नों उस चबंिु चनिले भूचम की ओि है. मानचित्र पैमाने की अनुमचत िेता है अगि, भिण
चटक चिह्नों की लंबाई पैमाने पि औि भिने क
े प्रतीक क
े आधाि िेखा से चवस्ताि किने क
े चलए
आकचषित कि िहे
33. यह एक बहत ही सिल स्थलाक
ृ चत नक्शे क
े उिाहिण है कई सामान्य चवशेषताएं से पता िलता है. िखो
अपनी आुँखें अन्य नक्शे पि इन चवशेषताएं को िेखने क
े चलए खोलने औि आप समझते हैं चक क
ै से काम
किता है एक topo मानचित्र चलए शुरू कि िेंगे.
उन्नयन नंबि क
े चबना भी, सुिाग चक # 1 एक पहाड़ी क
े पहाड़ी की िोटी से से िू ि. धािाओं क
े में शाचमल
हैं, समोच्च लाइनों ड्
र ॉ का संक
े त पहाड़ी की ओि तीखी इशािा किते हए, समोच्च लाइनों व्यापक रूप से
पहाड़ी से को िू ि की ओि इशािा किते घुमाविाि िोटी का िशािता है
उिाहिण
34. अपने हाथों में भूभाग चवशेषताएुँ
भूभाग
की चवशेषताएं
सीखा जा सकता है
मुट्ठी क
े का उपयोग
किक
े या
को चिखाने क
े हाथ
प्रत्येक होगा
पि क
ै सा चिखेगा
यहाुँ
जमीन.
35. TOPOSHEETS में रोंग का महत्व
टॉपशीट रोंगोों पर क
ु छ चवशेर्ताओों को चदखाने क
े चिए रोंगोों का उपयोग
चकया जाता है और प्रत्येक रोंग का महत्व होता है
1. कािा - सभी नाम, नदी क
े चकनारे, टू टी हुई जमीन, शुष्क िाराएों ,
सवेिण चकए गए पेड़, ऊ
ों िाई और उनकी सोंख्या, रेिवे िाइनें,
टेिीफोन और टेिीिाफ िाइनें, अिाोंश और देशाोंतर की रेखाएों ।
2. नीिे - जि सुचविाओों या जि चनकायोों चक पानी होता है।
3. हरी - सभी जोंगिी और जोंगिी इिाक
े , बगीिे, चबखरे हुए पेड़ और
स्क्रब्स।
नोट: - प्रमुख सवेिण पेड़ कािे रोंग में चदखाए जाते हैं। सवेिण चकए गए पेड़ोों की सोंख्या उनक
े
तनोों पर होती है। वे स्र्िोों क
े रूप में काम करते हैं और उन्हें काटने की अनुमचत नहीोंहै।
4. पीिा - सभी खेती वािे िेत्रोों को पीिे रोंगोों क
े सार् चदखाया जाता है
5. सफ
े द पैि - अपररवतवनीय भूचम
6. ब्राउन - कॉन्टू र िाइनें, उनकी सोंख्या, फॉमव िाइनें, और रेत की
चवशेर्ताएों जैसे चक रेत पहाचड़योों और रेत क
े टीिे।
7. िाि - चिड िाइनें (पूवोत्तर और उत्तरहारी) और उनकी सोंख्या,
सड़कोों, गाड़ी क
े टरैक, बस्तस्तयोों, झोपचड़योों और झोपचड़योों
36. follow these three steps
Step 1
Start with your map completely
unfolded with the cover face up in
the bottom left hand corner. Now
fold the map in half by bringing
the top edge to meet the bottom
edge.
Step 2
Next, start folding from the cover
along the crease lines, making
sure the cover can be seen all
the time.
Step 3
Finally, fold in half so that the
covers are on the outside
Folding a map
37. नक्शे का ओरिएं टेशन
1. सही जानकािी को समझने क
े चलए मानचित्र का
उचित ओरिएं टेशन मूल शति है
2. मानचित्र को पढ़ने की स्स्थचत में िखें, उत्ति
मानचित्र क
े शीषि की ओि है
3. पाठक की िांए तिफ पूवि है, बाएं की तिफ पचिम
औि पाठक की तिफ िचक्षण है।
4. क
ं पास की मिि से भौगोचलक उत्ति चिचह्नत चकया
जाना िाचहए ।
5. आसपास क
े स्थलों (निी, गांव, सड़क इत्याचि)
की मिि से अपनी स्स्थचत का पता लगाएं ।
6. मानचित्र पि अपनी स्स्थचत अनुसाि अन्य परिवेश
स्थलचिह्न खोजें
38. ििण 1
एक धागे को टुकड्ा लो औि उसे प्रािंभ चबंिु पि िखें।
ििण 2
अब सावधानी से सड़क या पथ चजस का आप प्रयोग किना िाहते हैं क
े
ऊपि धागे को िखें औि अंत में कलम से धागे पि चिचह्नत किें
ििण 3
आप अपने धागे को सीधा कि सकते हैं औि यह पैमाने पि िख कि
पता लगा सकते हैं चक वास्तचवक िू िी चकतनी है
मानचित्र पि िू िी को मापना
39. ढलानों क
े प्रकाि
ढलानों को समोच्च िेखाओं का अध्यन किक
े मानचित्र से
चनधािरित चकया जा सकता है-समोच्च िेखाओं क
े किीब,
ढलान तीव्र; समोच्च िेखाओं में िू िी, कोमल ढलान।
क) कोमल : एक समान, कोमल ढलान चिखाते हए
समोच्च िेखाएं समान रूप से िू िी औि िू ि - िू ि होंगी ।
ख) तीव्र : मानचित्र पि एक समान, खड़ी ढलान चिखाने
वाली कॉन्टू ि लाइनें समान िू िी पि होंगी, लेचकन एक साथ
नजिीक - नजिीक होंगी। याि िखें, चजतनी किीब समोच्च
िेखाओं होंगी उतना तीव्र ढलान होगा ।
ग़) अवतल : मानचित्र पि एक अवतल ढलान चिखाने वाली
कॉन्टू ि लाइनें इलाक
े की सुचवधा क
े शीषि पि बािीकी से िू िी
पि होंगी औि नीिे की ओि व्यापक रूप से िू िी पि होंगी
घ) उत्तल : मानचित्र पि एक उत्तल ढलान चिखाने वाली
कॉन्टू ि लाइनें शीषि पि व्यापक रूप से िू िी पि औि नीिे
की ओि घचनष्ठ िू िी पि चिखाई िेंगी
41. ढलान कई तिीकों से व्यक्त चकया जा सकता है, लेचकन सब
लंबवत िू िी (वीड्ी) की तुलना क्षैचतज िू िी (एिड्ी) पि चनभिि
किता है।
i) लंबवत िू िी ढलान क
े चनम्नतम चबंिु को उच्चतम चबंिु से
घटाकि चनधािरित चकया जाता है।
ii) चफि मानचित्र पि िो चबंिुओं क
े बीि क्षैचतज िू िी को
मापें। क्षैचतज िू िी चनधािरित किने क
े बाि, सूत्र का
उपयोग किक
े ढलान क
े प्रचतशत की गणना किें, यानी =
लंबवत िू िी / क्षैचतज िू िी
PERCENTAGE OF SLOPE
44. ii.) ढलान औि कोण भी चड्ग्री में भी व्यक्त चकया जा सकता
है.
ऐसा किने क
े चलए, VD औि HD ढलान की चनधािरित किते हैं.
57.3 से गुणा VD औि चफि HD तक क
ु ल चवभाचजत किते हैं.
इस चवचध ढलान क
े की अनुमाचनत चड्ग्री चनधािरित किता है
औि यथोचित ढलान औि कम से कम 20 चड्ग्री क
े कोण क
े
चलए सही है.
iii) ढलान औि कोण भी एक ढाल क
े क
े रूप में में व्यक्त
चकया जा सकता है. क्षैचतज औि अनुलंब की िू िी क
े संबंध में
एक क
े एक अंश क
े साथ एक अंश क
े क
े रूप में में व्यक्त
चकया जाता है
PERCENTAGE OF SLOPE……….