SlideShare a Scribd company logo
1 of 30
परिवाि
महात्मा गााँधी और कस्तूरबा गााँधी की
प्रततमा, बबरला हाउस, दिल्ली
 डरबन न्यायालय में यूरोपीय मजिस्रेट ने उन्हें पगडी उतारने के
ललए कहा, उन्होंने इन्कार कर दिया और न्यायालय से बाहर
चले गए। कु छ दिनों के बाि प्रप्रटोररया िाते समय उन्हें रेलवे के
प्रथम श्रेणी के डडब्बे से बाहर फें क दिया गया और उन्होंने स्टेशन
पर दििु रते हुए रात बबताई। यात्रा के अगले चरण में उन्हें एक
घोडागाडी के चालक से प्रपटना पडा, क्योंकक यूरोपीय यात्री को
िगह िेकर पायिान पर यात्रा करने से उन्होंने इन्कार कर दिया
था, और अन्ततः 'लसर्फ़ यूरोपीय लोगों के ललए' सुर्षित होटलों
में उनके िाने पर रोक लगा िी गई।
 सत्याग्रह आन्िोलन, महात्मा गााँधी
 महात्मा गााँधी, सरिार वल्लभ भाई पटेल और
िवाहरलाल नेहरू
प्रतििोध औि परिणाम
 गाांधी मनमुटाव पालने वाले व्यजक्त नहीां थे। 1899 में ि्षिण अफ़्रीका
(बोअर) युद्ध तछडने पर उन्होंने नटाल के बिदटश उपतनवेश में
नागररकता के सम्पूण़ अधधकारों का िावा करने वाले भारतीयों से
कहा कक उपतनवेश की रषिा करना उनका कत़व्य है। उन्होंने 1100
स्वयां सेवकों की 'एांबुलेन्स कोर' की स्थापना की, जिसमें 300 स्वतांत्र
भारतीय और बाकी बांधुआ मज़िूर थे। यह एक पांचमेल समूह था--
बैररस्टर और लेखाकार, कारीगर और मज़िूर। युद्ध की समाजतत से
ि्षिण अफ़्रीका के भारतीयों को शायि ही कोई राहत लमली। गाांधी ने
िेखा कक कु छ ईसाई लमशनररयों और युवा आिश़वादियों के अलावा
ि्षिण अफ़्रीका में रहने वाले यूरोप्रपयों पर आशानुरूप छाप छोडने में
वह असफल रहे हैं।
प्रतििोध औि परिणाम
 महात्मा गााँधी, सरिार वल्लभ भाई पटेल और िवाहरलाल नेहरू
 गाांधी मनमुटाव पालने वाले व्यजक्त नहीां थे। 1899 में ि्षिण अफ़्रीका
(बोअर) युद्ध तछडने पर उन्होंने नटाल के बिदटश उपतनवेश में
नागररकता के सम्पूण़ अधधकारों का िावा करने वाले भारतीयों से
कहा कक उपतनवेश की रषिा करना उनका कत़व्य है। उन्होंने 1100
स्वयां सेवकों की 'एांबुलेन्स कोर' की स्थापना की, जिसमें 300 स्वतांत्र
भारतीय और बाकी बांधुआ मज़िूर थे। यह एक पांचमेल समूह था--
बैररस्टर और लेखाकार, कारीगर और मज़िूर। युद्ध की समाजतत से
ि्षिण अफ़्रीका के भारतीयों को शायि ही कोई राहत लमली। गाांधी ने
िेखा कक कु छ ईसाई लमशनररयों और युवा आिश़वादियों के अलावा
ि्षिण अफ़्रीका में रहने वाले यूरोप्रपयों पर आशानुरूप छाप छोडने में
वह असफल रहे हैं।
 महात्मा गााँधी, सरिार वल्लभ भाई पटेल और िवाहरलाल नेहरू
महात्मा गााँधी िी का कमरा, आगा खान पैलेस, पुणे
कादियावाड रािकीय पररषि में अब्बास तैयब िी, महात्मा
गााँधी, महारािा नटवरलसांह िी, िक्कर बापा- 1928
िॉलेक्ट एक्ट कानून
 गाांधी िी के इस आह्वान पर रॉलेक्ट एक्ट कानून के प्रवरोध में बम्बई
तथा िेश के सभी प्रमुख नगरों में 30 माच़ 1919 को और 6 अप्रैल 1919
को हडताल हुई। हडताल के दिन सभी शहरों का िीवन ितप हो गया।
व्यापार बांि रहा और अांग्रेज़ अर्फसर असहाय से िेखते रहे। इस हडताल
ने असहयोग के हधथयार की शजक्त पूरी तरह प्रकट कर िी। सन्1920
में गाांधी िी काांग्रेस के नेता बन गये और उनके तनिेश और उनकी
प्रेरणा से हज़ारों भारतीयों ने बिदटश सरकार के साथ पूण़ सम्बन्ध-
प्रवच्छेि कर ललया। हज़ारों असहयोधगयों को बिदटश िेलों में िूाँस दिया
गया और लाखों लोगों पर सरकारी अधधकाररयों ने बब़र अत्याचार
ककये। बिदटश सरकार के इस िमनचक्र के कारण लोग अदहांसक न रह
सके और कई स्थानों पर दहांसा भडक उिी। दहांसा का इस तरह भडक
उिना गाांधी िी को अच्छा नहीां लगा। उन्होंने स्वीकार ककया कक
अदहांसा के अनुशासन में बााँधे बबना लोगों को असहयोग आांिोलन के
ललए प्रेररत कर उन्होंने 'दहमालय िैसी भूल की है' और यह सोचकर
उन्होंने असहयोग आांिोलन वापस ले ललया। अदहांसक असहयोग
आांिोलन के फलस्वरूप जिस स्वराज्य को गाांधी िी ने एक वष़ के अांिर
लाने का वािा ककया था वह नहीां आ सका।
महात्मा गााँधी स्मारक, रािघाट, दिल्ली
भािि में सत्याग्रह
 गाांधी िी के इस आह्वान पर रॉलेक्ट एक्ट कानून के प्रवरोध में बम्बई तथा िेश के
सभी प्रमुख नगरों में 30 माच़ 1919 को और 6 अप्रैल 1919 को हडताल हुई।
हडताल के दिन सभी शहरों का िीवन ितप हो गया। व्यापार बांि रहा और अांग्रेज़
अर्फसर असहाय से िेखते रहे। इस हडताल ने असहयोग के हधथयार की शजक्त पूरी
तरह प्रकट कर िी। सन ्1920 में गाांधी िी काांग्रेस के नेता बन गये और उनके
तनिेश और उनकी प्रेरणा से हज़ारों भारतीयों ने बिदटश सरकार के साथ पूण़
सम्बन्ध-प्रवच्छेि कर ललया। हज़ारों असहयोधगयों को बिदटश िेलों में िूाँस दिया
गया और लाखों लोगों पर सरकारी अधधकाररयों ने बब़र अत्याचार ककये। बिदटश
सरकार के इस िमनचक्र के कारण लोग अदहांसक न रह सके और कई स्थानों पर
दहांसा भडक उिी। दहांसा का इस तरह भडक उिना गाांधी िी को अच्छा नहीां लगा।
उन्होंने स्वीकार ककया कक अदहांसा के अनुशासन में बााँधे बबना लोगों को असहयोग
आांिोलन के ललए प्रेररत कर उन्होंने 'दहमालय िैसी भूल की है' और यह सोचकर
उन्होंने असहयोग आांिोलन वापस ले ललया। अदहांसक असहयोग आांिोलन के
फलस्वरूप जिस स्वराज्य को गाांधी िी ने एक वष़ के अांिर लाने का वािा ककया था
वह नहीां आ सका। कफर भी लोग आांिोलन की प्रवफलता की ओर ध्यान नहीां िेना
चाहते थे, क्योंकक असललयत में िेखा िाए तो इस अदहांसक असहयोग आांिोलन को
िबरिस्त सफलता हालसल हुई।
महात्मा गााँधी
िचनात्मक काययक्रम
 सन्1925 में िब अधधकाांश काांग्रेसिनों ने 1919 के भारतीय शासन
प्रवधान द्वारा स्थाप्रपत कौंलसल में प्रवेश करने की इच्छा प्रकट की तो गाांधी
िी ने कु छ समय के ललए सकक्रय रािनीतत से सन्यास ले ललया और
उन्होंने अपने आगामी तीन वष़ ग्रामोंत्थान कायों में लगाय। उन्होंने गााँवों
की भयांकर तनध़नता को िूर करने के ललए चरखे पर सूत कातने का प्रचार
ककया और दहन्िुओां में व्यातत छु आछू त को लमटाने की कोलशश की। अपने
इस काय़क्रम को गाांधी िी 'रचनात्मक काय़क्रम' कहते थे। इस काय़क्रम के
ज़ररये वे अन्य भारतीय नेताओां के मुकाबले, गााँवों में तनवास करने वाली
िेश की 90 प्रततशत िनता के बहुत अधधक तनकट आ गये। उन्होंने सारे
िेश में गााँव-गााँव की यात्रा की, गााँव वालों की पोशाक अपना ली और उनकी
भाषा में उनसे बातचीत की। इस प्रकार उन्होंने गााँवों में रहने वाली करोडों
की आबािी में रािनीततक िागृतत पैिा कर िी और स्वराज्य की मााँग को
मध्यमवगीय आांिोलन के स्तर से उिाकर िेशव्यापी अिम्य िन-
आांिोलन का रूप िे दिया।
िुलुस की तैयारी टाउन होल - पोरबांिर 1915
महात्मा गााँधी
धचत्रकार-वी. पी. करमरकर
महात्मा गााँधी औि ववश्व
 प्रवश्व पटल पर महात्मा गााँधी लसर्फ़ एक नाम नहीां अप्रपतु शाजन्त
और अदहांसा का प्रतीक है। महात्मा गााँधी के पूव़ भी शाजन्त और
अदहांसा की अवधारणा फललत थी, परन्तु उन्होंने जिस प्रकार
सत्याग्रह, शाजन्त व अदहांसा के रास्तों पर चलते हुये अांग्रेिों को
भारत छोडने पर मिबूर कर दिया, उसका कोई िूसरा उिाहरण
प्रवश्व इततहास में िेखने को नहीां लमलता। तभी तो प्रख्यात
वैज्ञातनक आइांस्टीन ने कहा था कक -‘‘हज़ार साल बाि आने वाली
नस्लें इस बात पर मुजश्कल से प्रवश्वास करेंगी कक हाड-माांस से
बना ऐसा कोई इन्सान धरती पर कभी आया था।’’ सांयुक्त राष्ट्र
सांघ ने भी वष़ 2007 से गााँधी ियन्ती को ‘प्रवश्व अदहांसा दिवस’ के
रूप में मनाये िाने की घोषणा की।
महात्मा गााँधी का मृत शरीर
Mahatma gandhi in hindi
Mahatma gandhi in hindi
Mahatma gandhi in hindi
Mahatma gandhi in hindi

More Related Content

What's hot

Indian freedom struggle
Indian freedom struggleIndian freedom struggle
Indian freedom struggleAshu Sallan
 
Munshi premchand ppt by satish
Munshi premchand ppt by  satishMunshi premchand ppt by  satish
Munshi premchand ppt by satishsatiishrao
 
मुगल सम्राज्य पी पी टी Mughal Empire ppt Mughal Empire ppt Mughal Empire ppt ...
मुगल सम्राज्य पी पी टी Mughal Empire ppt Mughal Empire ppt Mughal Empire ppt ...मुगल सम्राज्य पी पी टी Mughal Empire ppt Mughal Empire ppt Mughal Empire ppt ...
मुगल सम्राज्य पी पी टी Mughal Empire ppt Mughal Empire ppt Mughal Empire ppt ...RAVIKUMARRAV
 
महादेवि वेर्मा
महादेवि वेर्मा महादेवि वेर्मा
महादेवि वेर्मा aditya singh
 
भारत में बौद्ध धर्म - देबोश्री बनर्जी
भारत में बौद्ध धर्म - देबोश्री बनर्जीभारत में बौद्ध धर्म - देबोश्री बनर्जी
भारत में बौद्ध धर्म - देबोश्री बनर्जीHindi Leiden University
 
power point presentation on india's struggle for freedom
 power point presentation on india's struggle for freedom power point presentation on india's struggle for freedom
power point presentation on india's struggle for freedomJarsaj
 
Netaji subhash chandra bose ppt
Netaji subhash chandra bose pptNetaji subhash chandra bose ppt
Netaji subhash chandra bose ppttominerikatt
 
Top 5 Indian Freedom Fighters
Top 5 Indian Freedom FightersTop 5 Indian Freedom Fighters
Top 5 Indian Freedom FightersMonazir Ansari
 
Biography of Mahatma Gandhi : 1869-1948
Biography of Mahatma Gandhi : 1869-1948Biography of Mahatma Gandhi : 1869-1948
Biography of Mahatma Gandhi : 1869-1948Ashita Agrawal
 
Champaran satyagrah
Champaran satyagrahChamparan satyagrah
Champaran satyagrahAryaJha9
 
स्वच्छ भारत अभियान
स्वच्छ भारत अभियानस्वच्छ भारत अभियान
स्वच्छ भारत अभियानAshok Parnami
 

What's hot (20)

Indian freedom struggle
Indian freedom struggleIndian freedom struggle
Indian freedom struggle
 
ppt
pptppt
ppt
 
Munshi premchand ppt by satish
Munshi premchand ppt by  satishMunshi premchand ppt by  satish
Munshi premchand ppt by satish
 
Mahatma Gandhi
Mahatma Gandhi Mahatma Gandhi
Mahatma Gandhi
 
मुगल सम्राज्य पी पी टी Mughal Empire ppt Mughal Empire ppt Mughal Empire ppt ...
मुगल सम्राज्य पी पी टी Mughal Empire ppt Mughal Empire ppt Mughal Empire ppt ...मुगल सम्राज्य पी पी टी Mughal Empire ppt Mughal Empire ppt Mughal Empire ppt ...
मुगल सम्राज्य पी पी टी Mughal Empire ppt Mughal Empire ppt Mughal Empire ppt ...
 
1857 revolt
1857 revolt1857 revolt
1857 revolt
 
महादेवि वेर्मा
महादेवि वेर्मा महादेवि वेर्मा
महादेवि वेर्मा
 
भारत में बौद्ध धर्म - देबोश्री बनर्जी
भारत में बौद्ध धर्म - देबोश्री बनर्जीभारत में बौद्ध धर्म - देबोश्री बनर्जी
भारत में बौद्ध धर्म - देबोश्री बनर्जी
 
MAHATMA GANDHI
MAHATMA GANDHIMAHATMA GANDHI
MAHATMA GANDHI
 
Hindi grammar
Hindi grammarHindi grammar
Hindi grammar
 
power point presentation on india's struggle for freedom
 power point presentation on india's struggle for freedom power point presentation on india's struggle for freedom
power point presentation on india's struggle for freedom
 
Netaji subhash chandra bose ppt
Netaji subhash chandra bose pptNetaji subhash chandra bose ppt
Netaji subhash chandra bose ppt
 
Top 5 Indian Freedom Fighters
Top 5 Indian Freedom FightersTop 5 Indian Freedom Fighters
Top 5 Indian Freedom Fighters
 
Hindi ppt
Hindi pptHindi ppt
Hindi ppt
 
Biography of Mahatma Gandhi : 1869-1948
Biography of Mahatma Gandhi : 1869-1948Biography of Mahatma Gandhi : 1869-1948
Biography of Mahatma Gandhi : 1869-1948
 
Premchand
PremchandPremchand
Premchand
 
Meera bhai
Meera bhaiMeera bhai
Meera bhai
 
Civil disobedience movement
Civil disobedience movementCivil disobedience movement
Civil disobedience movement
 
Champaran satyagrah
Champaran satyagrahChamparan satyagrah
Champaran satyagrah
 
स्वच्छ भारत अभियान
स्वच्छ भारत अभियानस्वच्छ भारत अभियान
स्वच्छ भारत अभियान
 

Viewers also liked

Mahatma gandhi In Hindi
Mahatma gandhi In HindiMahatma gandhi In Hindi
Mahatma gandhi In HindiAmaan Siddiqui
 
Mahatma Gandhi
Mahatma GandhiMahatma Gandhi
Mahatma Gandhisuquilla
 
Ppt mahatma gandhi
Ppt mahatma gandhiPpt mahatma gandhi
Ppt mahatma gandhiTypewriter98
 
Mahatma Gandhi: The Path To Swaraj
Mahatma Gandhi: The Path To SwarajMahatma Gandhi: The Path To Swaraj
Mahatma Gandhi: The Path To SwarajDan Viens
 
Fld ppt ( hindi )
Fld ppt ( hindi )Fld ppt ( hindi )
Fld ppt ( hindi )Sunil Jain
 
Ramayana.ppt
Ramayana.pptRamayana.ppt
Ramayana.pptShama
 
Gandhi's educational ideas
Gandhi's educational ideasGandhi's educational ideas
Gandhi's educational ideasedusparx
 
5 S "An effective tool to achieve Growth"
5 S "An effective tool to achieve Growth" 5 S "An effective tool to achieve Growth"
5 S "An effective tool to achieve Growth" Mohit nandi
 
Diwali presentation !
Diwali presentation !Diwali presentation !
Diwali presentation !Jayaben Patel
 
Hindi presentation
Hindi presentationHindi presentation
Hindi presentationdanikarj
 
Holi - The festival of colors
Holi - The festival of colorsHoli - The festival of colors
Holi - The festival of colorsGrace Swanner
 

Viewers also liked (13)

Mahatma gandhi In Hindi
Mahatma gandhi In HindiMahatma gandhi In Hindi
Mahatma gandhi In Hindi
 
Mahatma Gandhi
Mahatma GandhiMahatma Gandhi
Mahatma Gandhi
 
Mahatma gandhi ppt
Mahatma gandhi   pptMahatma gandhi   ppt
Mahatma gandhi ppt
 
Ppt mahatma gandhi
Ppt mahatma gandhiPpt mahatma gandhi
Ppt mahatma gandhi
 
Mahatma Gandhi: The Path To Swaraj
Mahatma Gandhi: The Path To SwarajMahatma Gandhi: The Path To Swaraj
Mahatma Gandhi: The Path To Swaraj
 
Fld ppt ( hindi )
Fld ppt ( hindi )Fld ppt ( hindi )
Fld ppt ( hindi )
 
Ramayana.ppt
Ramayana.pptRamayana.ppt
Ramayana.ppt
 
Gandhi's educational ideas
Gandhi's educational ideasGandhi's educational ideas
Gandhi's educational ideas
 
5 S "An effective tool to achieve Growth"
5 S "An effective tool to achieve Growth" 5 S "An effective tool to achieve Growth"
5 S "An effective tool to achieve Growth"
 
Diwali presentation !
Diwali presentation !Diwali presentation !
Diwali presentation !
 
Hindi nature ppt
Hindi nature pptHindi nature ppt
Hindi nature ppt
 
Hindi presentation
Hindi presentationHindi presentation
Hindi presentation
 
Holi - The festival of colors
Holi - The festival of colorsHoli - The festival of colors
Holi - The festival of colors
 

Similar to Mahatma gandhi in hindi

फिल्म और समाज का सफ़र
फिल्म और समाज का सफ़रफिल्म और समाज का सफ़र
फिल्म और समाज का सफ़रashutosh kumar
 
Bharat chodo andolan
Bharat chodo andolanBharat chodo andolan
Bharat chodo andolanKushalSuri1
 
History of mahtma gandhi
History of mahtma gandhiHistory of mahtma gandhi
History of mahtma gandhidharamkhatana
 
चमचा युग.pdf
चमचा युग.pdfचमचा युग.pdf
चमचा युग.pdfDeepGyan2
 

Similar to Mahatma gandhi in hindi (8)

DOC-20230131-WA0002..pptx
DOC-20230131-WA0002..pptxDOC-20230131-WA0002..pptx
DOC-20230131-WA0002..pptx
 
Gandhi ji
Gandhi jiGandhi ji
Gandhi ji
 
फिल्म और समाज का सफ़र
फिल्म और समाज का सफ़रफिल्म और समाज का सफ़र
फिल्म और समाज का सफ़र
 
Bharat chodo andolan
Bharat chodo andolanBharat chodo andolan
Bharat chodo andolan
 
History of mahtma gandhi
History of mahtma gandhiHistory of mahtma gandhi
History of mahtma gandhi
 
Kamala PPT (2) (1).pdf
Kamala PPT (2) (1).pdfKamala PPT (2) (1).pdf
Kamala PPT (2) (1).pdf
 
चमचा युग.pdf
चमचा युग.pdfचमचा युग.pdf
चमचा युग.pdf
 
Gandhi ji
Gandhi jiGandhi ji
Gandhi ji
 

More from Shubham Gupta

More from Shubham Gupta (13)

Stone age
Stone ageStone age
Stone age
 
Robert frost
Robert frostRobert frost
Robert frost
 
Qbasic
QbasicQbasic
Qbasic
 
Presentation of eye ths
Presentation of eye thsPresentation of eye ths
Presentation of eye ths
 
dowry like evils
dowry like evilsdowry like evils
dowry like evils
 
Gender inequality
Gender inequalityGender inequality
Gender inequality
 
Com ppt shubham
Com ppt shubhamCom ppt shubham
Com ppt shubham
 
The diversity of india
The diversity of indiaThe diversity of india
The diversity of india
 
Gender inequality
Gender inequalityGender inequality
Gender inequality
 
pollution
pollutionpollution
pollution
 
computer memory
computer memorycomputer memory
computer memory
 
Robert frost
Robert frostRobert frost
Robert frost
 
Presentation on eye
Presentation on eyePresentation on eye
Presentation on eye
 

Mahatma gandhi in hindi

  • 1.
  • 2.
  • 3.
  • 4.
  • 5.
  • 6.
  • 8.
  • 9. महात्मा गााँधी और कस्तूरबा गााँधी की प्रततमा, बबरला हाउस, दिल्ली
  • 10.
  • 11.  डरबन न्यायालय में यूरोपीय मजिस्रेट ने उन्हें पगडी उतारने के ललए कहा, उन्होंने इन्कार कर दिया और न्यायालय से बाहर चले गए। कु छ दिनों के बाि प्रप्रटोररया िाते समय उन्हें रेलवे के प्रथम श्रेणी के डडब्बे से बाहर फें क दिया गया और उन्होंने स्टेशन पर दििु रते हुए रात बबताई। यात्रा के अगले चरण में उन्हें एक घोडागाडी के चालक से प्रपटना पडा, क्योंकक यूरोपीय यात्री को िगह िेकर पायिान पर यात्रा करने से उन्होंने इन्कार कर दिया था, और अन्ततः 'लसर्फ़ यूरोपीय लोगों के ललए' सुर्षित होटलों में उनके िाने पर रोक लगा िी गई।  सत्याग्रह आन्िोलन, महात्मा गााँधी
  • 12.  महात्मा गााँधी, सरिार वल्लभ भाई पटेल और िवाहरलाल नेहरू
  • 13. प्रतििोध औि परिणाम  गाांधी मनमुटाव पालने वाले व्यजक्त नहीां थे। 1899 में ि्षिण अफ़्रीका (बोअर) युद्ध तछडने पर उन्होंने नटाल के बिदटश उपतनवेश में नागररकता के सम्पूण़ अधधकारों का िावा करने वाले भारतीयों से कहा कक उपतनवेश की रषिा करना उनका कत़व्य है। उन्होंने 1100 स्वयां सेवकों की 'एांबुलेन्स कोर' की स्थापना की, जिसमें 300 स्वतांत्र भारतीय और बाकी बांधुआ मज़िूर थे। यह एक पांचमेल समूह था-- बैररस्टर और लेखाकार, कारीगर और मज़िूर। युद्ध की समाजतत से ि्षिण अफ़्रीका के भारतीयों को शायि ही कोई राहत लमली। गाांधी ने िेखा कक कु छ ईसाई लमशनररयों और युवा आिश़वादियों के अलावा ि्षिण अफ़्रीका में रहने वाले यूरोप्रपयों पर आशानुरूप छाप छोडने में वह असफल रहे हैं।
  • 14. प्रतििोध औि परिणाम  महात्मा गााँधी, सरिार वल्लभ भाई पटेल और िवाहरलाल नेहरू  गाांधी मनमुटाव पालने वाले व्यजक्त नहीां थे। 1899 में ि्षिण अफ़्रीका (बोअर) युद्ध तछडने पर उन्होंने नटाल के बिदटश उपतनवेश में नागररकता के सम्पूण़ अधधकारों का िावा करने वाले भारतीयों से कहा कक उपतनवेश की रषिा करना उनका कत़व्य है। उन्होंने 1100 स्वयां सेवकों की 'एांबुलेन्स कोर' की स्थापना की, जिसमें 300 स्वतांत्र भारतीय और बाकी बांधुआ मज़िूर थे। यह एक पांचमेल समूह था-- बैररस्टर और लेखाकार, कारीगर और मज़िूर। युद्ध की समाजतत से ि्षिण अफ़्रीका के भारतीयों को शायि ही कोई राहत लमली। गाांधी ने िेखा कक कु छ ईसाई लमशनररयों और युवा आिश़वादियों के अलावा ि्षिण अफ़्रीका में रहने वाले यूरोप्रपयों पर आशानुरूप छाप छोडने में वह असफल रहे हैं।  महात्मा गााँधी, सरिार वल्लभ भाई पटेल और िवाहरलाल नेहरू
  • 15. महात्मा गााँधी िी का कमरा, आगा खान पैलेस, पुणे
  • 16. कादियावाड रािकीय पररषि में अब्बास तैयब िी, महात्मा गााँधी, महारािा नटवरलसांह िी, िक्कर बापा- 1928
  • 17.
  • 18. िॉलेक्ट एक्ट कानून  गाांधी िी के इस आह्वान पर रॉलेक्ट एक्ट कानून के प्रवरोध में बम्बई तथा िेश के सभी प्रमुख नगरों में 30 माच़ 1919 को और 6 अप्रैल 1919 को हडताल हुई। हडताल के दिन सभी शहरों का िीवन ितप हो गया। व्यापार बांि रहा और अांग्रेज़ अर्फसर असहाय से िेखते रहे। इस हडताल ने असहयोग के हधथयार की शजक्त पूरी तरह प्रकट कर िी। सन्1920 में गाांधी िी काांग्रेस के नेता बन गये और उनके तनिेश और उनकी प्रेरणा से हज़ारों भारतीयों ने बिदटश सरकार के साथ पूण़ सम्बन्ध- प्रवच्छेि कर ललया। हज़ारों असहयोधगयों को बिदटश िेलों में िूाँस दिया गया और लाखों लोगों पर सरकारी अधधकाररयों ने बब़र अत्याचार ककये। बिदटश सरकार के इस िमनचक्र के कारण लोग अदहांसक न रह सके और कई स्थानों पर दहांसा भडक उिी। दहांसा का इस तरह भडक उिना गाांधी िी को अच्छा नहीां लगा। उन्होंने स्वीकार ककया कक अदहांसा के अनुशासन में बााँधे बबना लोगों को असहयोग आांिोलन के ललए प्रेररत कर उन्होंने 'दहमालय िैसी भूल की है' और यह सोचकर उन्होंने असहयोग आांिोलन वापस ले ललया। अदहांसक असहयोग आांिोलन के फलस्वरूप जिस स्वराज्य को गाांधी िी ने एक वष़ के अांिर लाने का वािा ककया था वह नहीां आ सका।
  • 19. महात्मा गााँधी स्मारक, रािघाट, दिल्ली
  • 20. भािि में सत्याग्रह  गाांधी िी के इस आह्वान पर रॉलेक्ट एक्ट कानून के प्रवरोध में बम्बई तथा िेश के सभी प्रमुख नगरों में 30 माच़ 1919 को और 6 अप्रैल 1919 को हडताल हुई। हडताल के दिन सभी शहरों का िीवन ितप हो गया। व्यापार बांि रहा और अांग्रेज़ अर्फसर असहाय से िेखते रहे। इस हडताल ने असहयोग के हधथयार की शजक्त पूरी तरह प्रकट कर िी। सन ्1920 में गाांधी िी काांग्रेस के नेता बन गये और उनके तनिेश और उनकी प्रेरणा से हज़ारों भारतीयों ने बिदटश सरकार के साथ पूण़ सम्बन्ध-प्रवच्छेि कर ललया। हज़ारों असहयोधगयों को बिदटश िेलों में िूाँस दिया गया और लाखों लोगों पर सरकारी अधधकाररयों ने बब़र अत्याचार ककये। बिदटश सरकार के इस िमनचक्र के कारण लोग अदहांसक न रह सके और कई स्थानों पर दहांसा भडक उिी। दहांसा का इस तरह भडक उिना गाांधी िी को अच्छा नहीां लगा। उन्होंने स्वीकार ककया कक अदहांसा के अनुशासन में बााँधे बबना लोगों को असहयोग आांिोलन के ललए प्रेररत कर उन्होंने 'दहमालय िैसी भूल की है' और यह सोचकर उन्होंने असहयोग आांिोलन वापस ले ललया। अदहांसक असहयोग आांिोलन के फलस्वरूप जिस स्वराज्य को गाांधी िी ने एक वष़ के अांिर लाने का वािा ककया था वह नहीां आ सका। कफर भी लोग आांिोलन की प्रवफलता की ओर ध्यान नहीां िेना चाहते थे, क्योंकक असललयत में िेखा िाए तो इस अदहांसक असहयोग आांिोलन को िबरिस्त सफलता हालसल हुई।
  • 22. िचनात्मक काययक्रम  सन्1925 में िब अधधकाांश काांग्रेसिनों ने 1919 के भारतीय शासन प्रवधान द्वारा स्थाप्रपत कौंलसल में प्रवेश करने की इच्छा प्रकट की तो गाांधी िी ने कु छ समय के ललए सकक्रय रािनीतत से सन्यास ले ललया और उन्होंने अपने आगामी तीन वष़ ग्रामोंत्थान कायों में लगाय। उन्होंने गााँवों की भयांकर तनध़नता को िूर करने के ललए चरखे पर सूत कातने का प्रचार ककया और दहन्िुओां में व्यातत छु आछू त को लमटाने की कोलशश की। अपने इस काय़क्रम को गाांधी िी 'रचनात्मक काय़क्रम' कहते थे। इस काय़क्रम के ज़ररये वे अन्य भारतीय नेताओां के मुकाबले, गााँवों में तनवास करने वाली िेश की 90 प्रततशत िनता के बहुत अधधक तनकट आ गये। उन्होंने सारे िेश में गााँव-गााँव की यात्रा की, गााँव वालों की पोशाक अपना ली और उनकी भाषा में उनसे बातचीत की। इस प्रकार उन्होंने गााँवों में रहने वाली करोडों की आबािी में रािनीततक िागृतत पैिा कर िी और स्वराज्य की मााँग को मध्यमवगीय आांिोलन के स्तर से उिाकर िेशव्यापी अिम्य िन- आांिोलन का रूप िे दिया।
  • 23. िुलुस की तैयारी टाउन होल - पोरबांिर 1915
  • 25. महात्मा गााँधी औि ववश्व  प्रवश्व पटल पर महात्मा गााँधी लसर्फ़ एक नाम नहीां अप्रपतु शाजन्त और अदहांसा का प्रतीक है। महात्मा गााँधी के पूव़ भी शाजन्त और अदहांसा की अवधारणा फललत थी, परन्तु उन्होंने जिस प्रकार सत्याग्रह, शाजन्त व अदहांसा के रास्तों पर चलते हुये अांग्रेिों को भारत छोडने पर मिबूर कर दिया, उसका कोई िूसरा उिाहरण प्रवश्व इततहास में िेखने को नहीां लमलता। तभी तो प्रख्यात वैज्ञातनक आइांस्टीन ने कहा था कक -‘‘हज़ार साल बाि आने वाली नस्लें इस बात पर मुजश्कल से प्रवश्वास करेंगी कक हाड-माांस से बना ऐसा कोई इन्सान धरती पर कभी आया था।’’ सांयुक्त राष्ट्र सांघ ने भी वष़ 2007 से गााँधी ियन्ती को ‘प्रवश्व अदहांसा दिवस’ के रूप में मनाये िाने की घोषणा की।