COPPER HOARDS
त ांबे क
े बने विविष्ट प्रक र क
े उपकरण सिवप्रथम 1822 में उत्तर प्रदेि क
े वबठुर न मक स्थ न
से वमले है I सिवप्रथम V.A.SMITH ने 1905 और 1907 में ‘त म्रवनवियो’ की परम्पर पर पुर त त्विक
दृवष्टकोण से विच र वकय थ I
- र जपुर परसु, फतेहगढ़, पररह र, वबसौली, सरथौली, म नपुर, बह्द र ब द, सेफई आवद जगहोांसे
त म्रवनवियो क
े प्रस र वमले है I
- मध्यप्रदेि क
े गुांगेररय से 424 त म्र-उपकरण प्र प्त हुए है I
- द यम ब द तथ कल्लूर (कन वटक) से भी त म्र वनवियो की प्र त्वप्त हुई है
- कल्लूर दोआब क्षेत्र से ब हर त्वस्थत एकम त्र ऐस पुर स्थल है जह ाँ से श्रांवगक तलि र वमली है I
- प्रमुख उपकरण प्रक र
वचपटी क
ु ल्ह ड़ी, स्कत्वित क
ु ल्ह ड़ी, सब्बर य खन्ती, दुि री क
ु ल्ह ड़ी, परिु, छल्ले, मत्स्य भ ले,
क ांटेद र भ ल , श्रांवगक तलि र, म नि क
र वत आवद
र जपुर परसु, वबसौली, ल वकल , अतरांजीखेड , बह्द र ब द, बडग ांि,
आम्बखेडी, सेफई, नसीरपुर, हत्विन पुर, अवहच्छत्र तथ श्रांगिेरपुर आवद
से गैररक मरद् ांड की प्र त्वप्त हुई हैं I
जयपुर त्वस्थत जोिपुर न मक पुर स्थल क
े गैररक मरद् ांड क
े िर तल से दो
वतवथ ज्ञ त हुई है I
• 2600 ई.पू. तथ 2200 ई.पू.
गैररक अथि कवपि मरद् ांड –
1949 में B.B.LAL ने वबसौली और र जपुर परसु न मक ग ाँिो क
े प स त्वस्थत पुरस्थ लो क
े उत्खनन से
गेरू अथि कवपि रांग क
े मरद् ांड क
े क
ु छ टुकड़े प्र प्त वकये थे I
1950 – 52 में हत्विन पुर क
े उत्खनन से सबसे वनचले िर से गैररक मरद् ांड की प्र त्वप्त हुई थी I
प्रमुख स्थल – अतरांजीखेड़ , अवहच्छत्र, श्रांगिेरपुर, नोह, बड़ ग ाँि, ल लवकल , सेफई आवद I
सेफई में गैररक मरदभ ांड क
े स थ मत्स्य भ ल भी प्र प्त हुआ है I
1979-80 में श्रांगिेर क
े टीलो क
े सबसे वनचले िर से गैररक मरद् ांड वमले है I
मदरपुर (मुर द ब द) उत्खननकत व D.V.SHARMA 2000 ई. से भी ये प त्र वमले है I
•
गैररक अथि कवपि मरद् ांड क
े प्रक र –
• न द, घुांडी ि ले कटोर नुम ढक्कन, तश्तरी, तसले, चट ई य बटी हुई रस्सी की छ प युक्त घड़े,
कलि, पेंदेद र कटोरे, बड़े बड़े मटक
े , दीप आवद I
गैररक अथि कवपि मरद् ांड क
े वचत्रण –
• अांतरांजीखेड़ और ल लवकल से प्र प्त बतवनोांपर ल ल सतह पर क ले रांग ए वचत्रण
वमलते है I
• Finger nail incision, Notched designs, Leaf or V shaped pattern, Zig-Zag,
Parallel lines आवद I
वनम वत –
- अनेक विद्व न इन मरद् ांड को त म्रवनवियो से सांबांि म नते है इस आि र
पर पर इन्हे गांग घ टी क
े मूल वनि वसयोांद्व र वनवमवत म नते है I
- Y.D.SHARMA, KRISHANDEV, V.D.MISHRA अांबखेडी से प्र प्त छोटी
वकन री ि ली स िर तश्तररयो की तुलन मेरठ में त्वस्थत आलमगीरपुर क
े
परिती हड़प्प क लीन प त्रो से करते है I
- ल लवकल क
े उत्खनन से यह ाँ क
े वनि वसयोांक
े ि क ह री क
े स थ
म ांस ह री होने क
े स क्ष्य भी वमलते हैं I
- ल लवकल से म तरदेिी की मरन्मुती भी वमली है I