कोटा। आज से 3 महीने 11 दिन पहले 9 अक्टूबर को शहर में सूर्योदय भी आम दिनों की तरह हुआ और रोजमर्रा की आपाधापी भी हर आदमी की वही थी। दफ्तरों की छुट्टी हुई, कुछ बाजार भी बंद होने लगे थे। शहर का आम आदमी इस आपाधापी से कुछ पल आराम के लिए घर निकला ही था कि एक खबर ने पूरे शहर की आत्म को हिला कर रख दिया। हर मोबाइल पर व्हाट्स एप था- तलवंडी से रुद्राक्ष का अपहरण हो गया। अगली सुबह तो शहर का हर मां-बाप रो रहा था, डर से कांप रहा था। हत्यारे ने रुद्राक्ष को बेरहमी से बांधकर नहर में फेंककर मार दिया था। लेकिन, पुलिस ने 27 अक्टूबर को हत्यारे अंकुर को लखनऊ से पकड़ा और 87 दिन की लंबी मश्क्कत के बाद कोर्ट में 1464 पन्नों का चालान पेश कर दिया। इसमें 110 गवाहों के बयान हैं और बारीक तकनीकी छानबीन की 10 सीडी भी शामिल हैं। - crime reporter samkit jain 9462717917
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रुद्राक्ष अपहरण व हत्याकांड
1. ा अपहरणवह याकांडदैिनकभा कर, कोटा, शु वार, 23 जनवरी, 2015
ा
अपहरण व
ह याकांड की
टाइम लाइन
20-21-22 अ टबर:
मानव ृंखला बनाकर िवरोध िकया।
देशभर म सटो रय पर चल रही
कारवाई तेज करक दो को जेल भेजा।
जयपुर से वापस कोटा आकर एडीजी
िसंह ने मामले का र यू िलया। तलवंडी
हनुमान मंिदर पाक का नाम बदलकर
ा पाक िकया गया।
9 अ टबर:तलवंडी क हनुमान
मंिदर पाक से अंकर ने शाम 7 बजे सात
साल क ब े ा का अपहरण िकया।
बूंदी स ल कोऑपरेिटव बक म मैनेजर
िपता पुनीत हांडा से शाम 7.30 बजे 2
करोड़ की िफरौती मांगी। रात तक पूरा
शहर एक हो गया। जयपुर से सीएम ने भी
जानकारी मांगी।
10 अ टबर:तालेड़ा, जाखमुंड
थत दा मु य नहर म सुबह 6 बजे
ा का शव िमला। सरकार ने दो मं ी
व एडीजी ाइम अिजत िसंह को शाम को
कोटा भेजा। सीआई ह रचरण को स पड
िकया। चार माह से खाली चल रहे पद
पर कोटा म एसपी डॉ. अमनदीप िसंह को
लगाया गया।
11 अ टबर : ा क िलए
पहली बार वतः फत कोटा बंद
रहा। शहरभर म जगह-जगह कडल
माच िनकले, धरने- दशन शु हो
गए। शाम को प रजन ने ेसवाता क
दौरान सीबीआई जांच की मांग कर
दी। जवाहर नगर थाने म भगवत
िसंह िहंगड़ को सीआई लगाया।
13 अ टबर :
शॉिपंग सटर क पंजाब
सभा भवन म प रजन
सिहत शहरभर क
लोग ने ा को
ांजिल दी। पुिलस ने
आरोपी क सुराग लगने
की बात कही।
12 अ टबर : तलवंडी
से प रजन ने जवाहर नगर
थाने तक मौन जुलूस िनकाला।
सीआई को ापन सपा। सीकर
म डीजीपी ओमे भार ाज ने
बयान िदया - पुिलस ने कोई
त य नह िछपाया। दशन
जारी रहे।
14 अ टबर :रात
12 बजे एडीजी अिजत िसंह
ने ेसवाता म मु य आरोपी
क प म अंकर पािड़या क
नाम का खुलासा िकया। ओम
एन लेव म पुिलस पहरा और
पूरे शहर म नाकाबंदी व देश
की न म चैिकग तेज।
15 अ टबर : ह या
क बाद अंकर हा स एप पर
ा को ांजिल दे रहा
था, इसका खुलासा। िक ट
स म लाख पए गंवाने का
मामला सामने आया। पुिलस
ने प रजन व र तेदार से
पूछताछ तेज की।
16-17 अ टबर
:सहका रता मं ी प रजन
से िमलने पहुंचे। बारां
रोड व झालावाड़ रोड की
म टी टोरी म पुिलस पहरा
तेज। पुिलस ने अंकर को
पकड़ने क िलए जनता से
मदद की अपील की।
18-19 अ टबर :िपता
पुनीत हांडा कले ट पर चल
रहे अिन चत कालीन धरने म
शािमल हुए। कले ट पर चल रहा
आंदोलन तेज हो गया। अंकर की
कार की ज ती िदखाई। देशभर म
सटो रय पर चल रही कारवाई तेज
करक चार को िगर तार िकया।
25 अ टबर : ा सेफ िसटी क
नाम पर 800 कमरे व लाइट लगाने क काम
का एेलान।
26-27 अ टबर : प रजन ने
आईजी को ापन सपा। 27 अ टबर को
दोपहर पूव गृहमं ी का दशन व पुतला
दहन। इसी िदन दोन भाई उ र देश से
पकड़ गए।
दृ य-1: समझा कोई एफएम रेिडयो से मजाक कर रहा है
तलवंडी क मकान नंबर 390-ए म पुनीत हांडा और उनकी प ी ा शाम को घर म बैठ बात कर
रहे थे। बेटा ा हर रोज की तरह सामने क पाक म खेलने गया था। शाम 7 बजे अचानक घर क
लडलाइन फोन की घंटी बजी। ा ने फोन उठाया तो अंजान य त की बनावटी रौबदार आवाज
सुनाई दी। “म जफर बोल रहा हूं, तु हारे बेट का अपहरण कर िलया है।’ पहले तो ा ने समझा कोई
एफएम रेिडयो से मजाक कर रहा है, लेिकन उसने यही बात दोहराई तो फोन पुनीत को दे िदया। पुनीत
से उसने दो करोड़ की िफरौती मांगी। पित-प ी रसीवर पटक कर पाक की तरफ दौड़। वहां ब ने
बताया िक ा तो िकसी अंकल क साथ गया है। इतना सुनते ही कोहराम मच गया।
दृ य-2:- टसीट क लेग पेस म ठस कर ले गया था मारने
पाक से अंकर ा को बड़ी टॉफी िदलाने क बहाने से ले गया था। कछ दूर खड़ी कार म ट सीट
पर बैठाया। कार म बैठते ही ा ने कहा अंकल टॉफी कहां है। अंकर बोला, अभी आगे दुकान से
खरीदगे। वहां से वो सीएडी सिकल होता हुआ एरो म की तरफ बढ़ा। रा ते म सोिफया कल क पास
उसने ा को लोरोफाम सुंघाने की कोिशश की। लेिकन, ा क रोने क कारण सुंघा नह सका।
एरो म सिकल से उसने यूटन िलया और िव ाननगर की तरफ गया। रा ते म बीएसएनल आॅिफस क
पास उसने कार को रोका और उतरकर ा क पास आया। उसे समझाया िक म भी तु हारे पापा की
तरह हूं। उससे घर क लड लाइन नंबर व अ य जानकारी ली। वहां से वापस टन कर महाल मीपुरम
पहुंचा। गाड़ी िल ट क पास लगाई। ा को पकड़कर िल ट से लैट म पहुंचा। ा को बेड पर
बैठाया और कहा िक बस अभी घर लेकर चलूंगा।
िकसी खतरे से अनजान मासूम पलंग पर बैठ गया।
अंकर पीछ से आया और उसे लोरोफाम सुंघा
िदया। मासूम ने िवरोध िकया, लेिकन यादा संघष
नह कर सका। कछ पल छटपटाने क बाद ा
िनढाल हो गया। अंकर ने उसक हाथ-पैर व मुंह
बांधे। उसे वह छोड़ िनकला और टिडयम रोड
पहुंचा। वहां से उसने िफरौती का फोन िकया। िजस
मोबाइल से फोन िकया उसे सीवी गाडन क सामने
फक िदया। वहां से ओम एन लेव अपने घर पहुंचा।
दो त को फोन िकया और मेले म चला गया। इसी
दौरान अंकर क पास उसकी मां का फोन
आया िक तेरी माइ ा कार क बारे म पुिलस
पूछ रही है। उसने वह से डीएसपी तृ ती को
फोन िकया और कहा िक कागज सुबह िदखा
देगा। अंकर मेले से घर पहुंचा, प ी को कहा िक
अजट िद ली जाना है। प ी ने टोका, ज री हो तो
जाओ वरना रहने दो। अंकर घर से िनकला और
माइ ा कार वह छोड़कर भाई की ईको पो स कार
से टशन पहुंचा। िटकट व न नह होने से बाहर
आ गया। कार उठाई और ा को िठकाने लगाने
क िलए जगह देखने थमल चौराहे से नांता नहर और
िटपटा साईबाबा मंिदर तक पहुंचा। वहां से वापस
बैराज होकर महाल मीपुरम पहुंचा। बेहोश ा
को लेकर नीचे आया, कार म ट सीट क नीचे
खाली जगह पर उसे ठस िदया। वहां से लेकर नांता
नहर पर पहुंचा। नहर की दीवार पर उसे रखा और
ध का मार िदया।
पुिलस को सामने देख कांप उठा था
ह यारा,हाथसेछटादिलयाकाकटोरा
ा को नहर म फकने क बाद
अंकर िफर से अपने घर ओम एन लेव
पहुंचा। तब तक सुबह की 4 बज चुक
थे। अंकर ने नीचे से प ी को फोन
िकया िक म आ रहा हूं दरवाजा खोल
तािक कोई और न जाग जाए। प ी को
कहा िटकट नह िमला था इसिलए नह
जा सका। 10 अ टबर की सुबह अंकर
ने िफर प ी को कहा िक िद ली जाना
है। छावनी म िटकट एजट से िटकट
मांगा। न से गुड़गांव पहुंच गया। वहां
से अपने भाई अनूप को फोन िकया
और अपनी करतूत बताई। भाई ने भी
डांटने की बजाय ह सला अफजाई की
िक कोई बात नह , डरने की ज रत
नह है। वहां से उसने लेन का िटकट
उपल ध करवाया और उसे लखनऊ
बुलवा िलया। वहां दो िदन रहने क बाद
अनूप ने भिव य की योजना बताकर
उसे वापस कोटा भेज िदया। कोटा
आकर अंकर अपनी शॉप पर गया। वहां
िनशान माइ ा कार की िफ म हटाई।
वहां से िफ म लेकर वो भाई संदीप
क रानपुर थत वकशॉप पर पहुंचा।
छत पर जाकर िफ म जलाई और
लोरोफाम की शीशी िछपा दी। वहां
से वो ओम एन लेव म ही भाई सुमीत
क लैट पर पहुंचा। वहां डीएसपी
तृ त का फोन आया िक गाड़ी क
कागज िदखा । अंकर ने अपने नौकर
महावीर को खुद क लैट पर पेपर लेने
भेजा। कछ ही देर म नौकर का फोन
अया िक लैट पर पुिलस ही पुुिलस है।
ये सुनकर अंकर ने नौकर को बाइक
लेकर ओम एन लेव क छोट वाले
गेट पर बुलाया। वहां से उसक साथ
गोब रयाबावड़ी होता हुआ ढकिनया
टशन पहुंचा। वहां से लोकल न
म बैठकर मु य टशन पहुंचा। कोई
न नह थी तो रंगपुर की तरफ चला
गया। जहां उसने अपने बाल कटवाए।
वापस टशन आया। रतलाम क िलए
न थी। उससे रतलाम पहुंचा। वहां से
भुवने वर होता हुआ लखनऊ पहुंचा।
लखनऊ और कानपुर क बीच िछपता
रहा। इसी बीच पुिलस ने अंकर और
अनूप की तमाम जानकािरय क आधार
पर कड़ी से कड़ी जोड़ ली थी। पुिलस
की टीम लखनऊ व कानपुर म डरा
डाल चुकी थी। लगातार रैकी क बाद
पहले अनूप को दबोचा। अपून से
पुिलस को लू िमला िक अंकर क पास
उिड़सा की आईडी है। इसक आधार पर
पुिलस ने होटल खंगाले। एक होटल म
इसी आइडी से म नंबर 102 म एक
क टमर ठहरा था। वेटर से पूछा तो
बताया अभी उसे दिलया देकर आया
हूं। एएसपी शांतनु, हडकां टबल ताप
वेटर को आगे कर म क दरवाजे पर
पहुंचे। वेटर ने द तक दी। एक हाथ म
दिलया का बतन थामे अंकर ने जैसे
ही दरवाजा खोला तो पीछ पुिलस को
देखकर वो कांपने लगा। हाथ से दिलया
छट गया। पुिलस ने दबोचा और कोटा
ले आए।
3. भनक लगने क बाद भागा, हुिलया बदला, लेिकन दबोचा गया अंकर 4. भाई अनूप और शाितर, ह यारे अंकर को भेजना चाहता था स
आज भी सैकड़ प रवार को
बबाद कर रहा है स टा
स क 1.40 कराेड़ पए क कज ने ही करवाई थी वारदात
पुिलस ने या जबरद त
काम िकया
1 पूरे मामले म तकनीकी दृ ट से अ छा काम
िकया। एक फज िसम नंबर से अपराधी
का नाम खोजा। गूगल तक पहुंचे और वहां से
इंटरनेट यूज कर रहे अंकर का पता लगाया।
2 उ अिधका रय की ड-ट-ड मॉिनट रंग
का लाभ िमला।
3 पुिलस ने वैभव अपहरण कांड से सीख ली
और उस समय कस को हडल करने वाले
सीआई से लेकर एएसपी तक को लगाया।
4 कवल अपहरणकता क अलावा अ य
उन सभी को मु जम बनाया, िज हने
सहयोग िकया था।
लेिकन, िफर भी रह गई
कछ किमयां
1 पहले ही िदन पुिलस ारा कस को ठीक
कार से हडल नह कर पाना। िजससे शहर
म खबर फल गई।
2 िफरौती क िलए कॉल िकए गए मोबाइल
की िडटल मंगवाने म देरी।
3 वारदात म चोरी की िसम का जबरद त
इ तेमाल हुआ था। लेिकन, चोरी की िसम
बाजार म िबक रही है। पूरे देश म पुिलस का
कोई अंकश नह।
4 काले शीशे वाली गािड़यांें पर आज भी पुिलस
का कोई अंकश नह। पहले ही स ती
होती तो अपराध ही नह होते।
समय बीतते-बीतते कारवाई हुई ढीली
कोटा| शहर म स क कारोबार का पूरा नेटवक
चल रहा है। िजसम ि कट का स ा मुख
है। पुिलस आज भी कारवाई क नाम कवल
माह म एक बार छोट सटो रय को पकड़कर
िनरोधा मक कारवाई का खाना भर लेती है। हां
कोई नी आईपीएस या आरपीएस आए तो उ ह
कारवाई करवाने क िलए सीआई अपने इलाक
म एक-दो बड़ी कारवाई करवा देते ह। अब
तो स ा इस हद तक पीड़ादायक हो चुका ह
िक इसक च कर म आ मह या से लेकर ह या
तक होने लगी है बावजूद इसक पुिलस की सेहत
पर कोई फक नह पड़ रहा। ा वाले मामले
म भी अंकर ारा िफरौती क िलए ब े का
अपहरण करने क पीछ यही कहानी थी। अंकर
ि कट क स क च कर म पड़कर 1.40
करोड़ पए क कज म डब चुका था। बड़-बड़
स ्टबाज उससे वसूली क िलए धमका रहे थे।
जब ये बात पुिलस क सामने आई तो पुिलस
ने धड़ाधड़ 5 नामी सटो रय को धरदबोचा।
पुिलस ऐसे पकड़कर लाई जैसे लंबे समय से
उनकी रेकी कर रही हो। जब पुिलस की इ त
दांव पर लगी तो स बाज पर कारवाई की। ऐसी
पहले और बाद म य नह की।
फरारी क िलए थे 5 लाख पए
फरारी क दौरान अपनी प ी नेहा को लगातार
फोन व एसएमएस क ज रए यही बताया था
िक वो िद ली अजट मीिटग क िलए जा रहा
है, जहां उसे 7 लाख पए की आव यकता है।
नेहा ने अपने िपता को बताया तो उ ह ने 5 लाख
पए दे िदए और 2 लाख पए कछ िदन बाद
देने की बात कह ।
ा ह याकांड की गु थी सुलझाने म त कालीन एडीजी ाइम अिजत िसंह ने पूरी टीम को लीड
िकया। उनक िनदशन म आईजी डॉ. रिव काश, एसपी डॉ. अमनदीप िसंह कपूर, एसपी डॉ.
िवकास पाठक सिहत कल 120 छोट-बड़ अिधकारी िदन-रात जुट रहे।
पुिलस ने 88व िदन चालान पेश कर िदया। चालान तैयार करने क िलए डीएसपी भगवत िसंह
िहंगड़ क नेतृ व म तीन जन की िवशेष टीम 87 िदन तक जुटी रही। रोजाना 8-8 घंट और शु म
10-10 घंट काम िकया। टीम म एसआई िजते िसंह, एएसआई बुि काश नामा, हैड कां टबल
देवकीनंदन, कां टबल रिव िसंह पूरे समय जुट रहे। चालान को पुिलस ने 5 बार अलग-अलग
िह स म चैक िकया तािक कोई कमी न रह जाए।
एडीजीसेलेकरहैडकां टबल
तक ने लगा दी थी पूरी जान
87 िदन तक रोज 8 घंट काम
कर तैयार िकया चालान
पुिलस ने िकया िदन-रात संघष
चालान इतना मजबूत िक ह यारा बच न पाए
2 रोज150होटल कोखंगाला
एएसपी शांतनु कमार िसंह ने अंकर
को यूपी से िगर तार करने म सबसे अहम
भूिमका िनभाई। यूं
य प से तो
वे इस कस से यहां
पद थािपत होने क
बाद जुड़ थे, लेिकन
अ य प से
उ हने अपहरएण वाले िदन से काम करना शु
कर िदया था। इसक िलए उ हने यूपी म हर रोज
150 हाेटल को खंगाला। 300 से अिधक आम
आदमी से लेकर अपरािधय तक से पूछताछ की।
अंकर क पुराने दो त से उसकी हडराइिटग का
नमूना जुगाड़ िकया।
3 अनूप पर थी हर पल िनगाह
कोटा की पुिलिसंग पर अ छी पकड़
रखने वाले एएसपी पारस जैन ने मोबाइल
कपिनयाें और गूगल
से तकनीिक सा य
जुटाए। मोबाइल स
करने क िलए आईपी
ए स से लेकर टॉवर
लोकशन लेने तक
का काम इ हने िकया। मोबाइल लोकशन,
एसएमएस और ई-मेल क आधार पर इ हने
अंकर क समानांतर दूसरा जाल अनूप क िलए
िबछाया। आिखरकार पांच साल से फरार अनूप
को यूपी से िगर तार कर पारस जैन
कोटा ले आए।
4 मोबाइल नंबर, ई-मेल, फटज खंगालने म महारत हािसल
टीम क सबसे जूनीयर हैड़ कां टबल ताप िसंह एसपी ऑिफस की पेशल सेल म ह। इनको
आईटी से टर म काम करने म महारत हािसल है। इस कस म इ हने अंकर
क मोबाइल से जुड़ करीब 1 हजार मोबाइल नंबर जांचे। 80 ई-मेल और 150
सीसीटीवी फटज खंगाले। अंकर को पकड़ने लखनऊ टीम म शािमल रहे।
इनक पास गग टर भानू ताप को पकड़ना, वैभव अपहरणकांड, ओम जैन
लूट करण सॉ व करने जैसे बड़ अनुभव है।
1 देशभर की पुिलस से तालमेल बैठा 4 िदन म आरोपी स िकया
ा की ह या क बाद त कालीन एडीजी ाइम अिजत िसंह को जयपुर से पेशल कोटा भेजा
गया। उ हने राज थान, कानपुर, गुजरात और िद ली की पुिलस क अलावा
एटीएस, एसटीएफ क साथ कोटा पुिलस का गजब का तालमेल बैठाया। िसंह
को अपहरण कस खोलने म महारत हािसल है। इसका फायदा इस कस को
िमला और 4 िदन म आरोपी को स कर िलया गया।
कस ऑिफसर कीम म लेकर ज द िदलाएंगे सजा
^आरोप प पेश कर िदया है। पुिलस ने इस कस को पहले िदन से एक चुनौती क प म िलया
और टीम क प म काम िकया। इसे कस ऑिफसर कीम म लेने क संबंध म ज द ही आदेश
जारी कर िदए जाएंगे। कस ऑिफसर एक-एक गवाह को लाएंगे और यास करगे िक मामले म
ज दी से ज दी अिभयु त को सजा िमले।’ - डॉ. अमनदीप िसंह कपूर, एसपी (शहर)
आज से 3 महीने 11 िदन पहले 9 अ टबर को शहर म सूय दय भी आम िदन की तरह हुआ और रोजमरा की आपाधापी भी हर आदमी की वही थी। द तर की छ टी हुई, कछ बाजार भी बंद होने लगे थे। शहर का आम आदमी इस आपाधापी से कछ पल आराम क िलए घर
िनकला ही था िक एक खबर ने पूरे शहर की आ म को िहला कर रख िदया। हर मोबाइल पर हा स एप था- तलवंडी से ा का अपहरण हो गया। अगली सुबह तो शहर का हर मां-बाप रो रहा था, डर से कांप रहा था। ह यारे ने ा को बेरहमी से बांधकर नहर म फककर
मार िदया था। लेिकन, पुिलस ने 27 अ टबर को ह यारे अंकर को लखनऊ से पकड़ा और 87 िदन की लंबी म कत क बाद कोट म 1464 प का चालान पेश कर िदया। इसम 110 गवाह क बयान ह और बारीक तकनीकी छानबीन की 10 सीडी भी शािमल ह।
बेहोशमासूमकोनहरकीदीवारपररखाऔरदेिदयाध का
चालान पेश| ा मामले म पुिलस क सामने सबसे बड़ी चुनौती थी अंकर तक पहुंचना और उससे भी बड़ी चुनौती तकनीकी सबूत जुटाना
संतोष की फोटो पर एसपी ने दाढ़ी
बनाई तो पता चला िक ये अनूप हैएएसपी ने बताई भा कर को िगर तारी की पूरी कहानी
{शांतनु, एएसपी (िसटी) कोटा
मने घटना क बाद 21 अ टबर
को ही कोटा म वाॅइन िकया था।
इससे पहले तकनीकी सा य क आधार
पर अंकर की तलाशी क िलए एएसपी
पारस जैन व हैड कां टबल ताप
िसंह की टीम लखनऊ जा चुकी थी।
टीम को आरोपी अंकर की लखनऊ
क संतोष िसंह नाम क य त से
लगातार हो रहे संपक पर नजर रखनी
थी। आिखर यह य त कौन ह? शाम
को एसपी डॉ. अमनदीप िसंह कपूर क
हा स एप पर एएसपी जैन ने लखनऊ
से एक फोटो भेजा। बताया िक, िजन
न बर पर अंकर की बार-बार बात हो
रही है, वह यही श स है। इसका नाम
संतोष िसंह है। एक और इनपुट जैन ने
यह िदया िक संतोष का आज बथ-ड
है और सभी दो त उसे बथ ड िवश
कर रहे ह। अंकर का नाम स हो ही
चुका था, ऐसे म यह पु ता करना था
संतोष की श ल म रह रहा यह य त
उसका भाई अनूप तो नह ? जो खुद
लंबे समय से फरार है। फोटो को कोई
पहचान नह पा रहा था, तभी एसपी
सा’ब ने आइिडया िदया िक अनूप की
बथ डट पता कराओ। इसक िलए सट
पॉ स कल व प रवहन कायालय म
टीम भेजी गई। दोन जगह से बताया
गया िक बथ डट 21 अ टबर ही है।
यह सूचना आते ही हम सभी क चेहरे
िखले। सीआई भगवत िसंह िहंगड़
ने अनूप का पुराना फोटो उपल ध
करवाया, िजससे लखनऊ से ा त
फोटो को िमलान कराया। नए फोटो
म दाढ़ी थी और पुराने म दाढ़ी नह
थी। ऐसे म एसपी सा’ब ने कच
से उसक पुराने फोटो पर दाढ़ी बनाई
और िमलान कराया तो शक पूरी तरह
पु ता हो गया। म एक और टीम लेकर
लखनऊ क िलए िनकल गया और 25
अ टबर को वहां पहुंच गया। अगले
िदन 27 अ टबर को हमने अनूप को
उठा िलया।
लखनऊ म संतोष बनकर रह रहा था अनूप पािड़या
अनूप क
पुराने फोटो पर
दाड़ी बनाई गई तो
वह लखनऊ म
रह रहे संतोष िसंह
से पूरी तरह मैच
हो गया।
लखनऊ
से एएसपी पारस
जैन ने अनूप उफ
संतोष िसंह की
यही फोटो हा स
एप से भेजी थी।
आरोिपय को मौका
अिभयोजन प क गवाह पूण होने पर बयान मु जम दज ह गे और
ितर ा सा य का अवसर िमलेगा। इसक बाद अंितम बहस होगी
और िनणय आएगा। इसम यूनतम 15 िदन लगते ह।
छिट्टयां और कोट की टीन
याय ि या
ए सपट पैनल ने राय दी िक कोट म कई ऐसी पेचीदिगयां
होती ह, िजनम अनाव यक करण म िवलंब होता है।
जैसे आरोपी प की ओर से बार-बार जमानत
व अ य कित क आवेदन लगाना। हालांिक
ये आरोिपय का कानूनी अिधकार है,
ऐसे म रोका नह जा सकता। इसक
अलावा गवाह क समय पर
कोट नह पहुंचने, छि टयां
होने तथा दूसरे कई मामले
लंिबत होने से कोट म
हर करण म समय
लंबा िखंच जाता है।
… और
अंत म
जो धाराएं पुिलस ने
चालान म लगाई ह,
यिद वे सािबत हो पाती
ह तो ए सपट पैनल क
अनुसार उनम सजा-ए-मौत
तक का ावधान है।
ए सपट पैनल
रव िवजय
सीिनयर एडवोकट
ये है भा कर का ए सपट पैनल िज ह ने पूरे मामले का संभािवत
कानूनी रोडमैप तैयार िकया।
िववेक नंदवाना
सीिनयर एडवोकट
िदनेश िसंह चौहान
सीिनयर एडवोकट
चालानपेश
अबआगे या...
आरोिपय को
बताएंगे आरोप
चाज बहस सुनने क बाद
अिभयु त पर चाज लगाए
जाएंगे। इसम आरोिपय को
बताया जाएगा िक उन पर
या- या आरोप लगाए गए
ह। इसम कम से कम 15
िदन का समय लगेगा।
110 गवाह क
दज ह गे बयान
अिभयोजन प को उसका
करण िस करने क िलए
गवाह तुत करने का अवसर
िमलेगा। एक-एक कर गवाह
को पेश िकया जाएगा। यादातर
गवाह बाहर क ह। ये सब
उप थत हो तो भी 6 माह लगगे।
07िदन
15िदन
15िदन
06महीने
15िदन
4महीने
अंकर की रमांड का फोटो हुआ था वायरल
कछ यूं हो सकता है कानूनी कारवाई का रोडमैप
एकसाल म अंजाम तक
पहंुच सकता है ह यारा
चालान पेश होने क बाद यह बहुचिचत करण
कब मुकाम तक पहुंचेगा? इस बीच कौन-
कौनसी कानूनी ि या से गुजरेगा? और, अगर
इस ि या से जुड़ा येक य त पूरी ईमानदारी
से िज मेदारी िनभाए तो कम से कम िकतने समय
म ा क माता-िपता को याय िमल सकता
है? इसे लेकर भा कर ने व र ठ अिधव ता
का ए सपट पैनल तैयार िकया। पैनल क सद य
अिधव ता रवी िवजय, िदनेश िसंह चौहान व
िववेक नंदवाना ने इसक सभी नेगेिटव-पॉिजिटव
पहलु पर चचा क बाद बताया िक इसे अंजाम
तक पहुंचने म कम से कम एक साल लगेगा?
यह थित तब रहेगी, जब पुिलस कस ऑिफसर
कीम म व रत गवाही कराए और संबंिधत
यायालय म पीठासीन अिधकारी का पद खाली
न रहे। आइए जानते ह, कसे अंजाम तक पहुंचेगा
यह करण-
1464 प का चालान
चालान पर रपोट क बाद यायालय करण को किमट करेगा, इसक तहत
चालान सेशन यायालय क पास जाएगा। सेशन यायालय सं ान लेकर
या तो करण को वयं क पास रख या िफर अित र त सेशन यायालय
को भेज सकता है। इस ि या म 7 िदन का समय लगेगा।
चाज बहस और आरोिपय क िलए
वकील की िनयु त होगी
िवचारण यायालय करण म चाज बहस क िलए तारीख िनयत करेगा।
इससे पहले यह भी सुिन चत करेगा िक अिभयु त को आरोप प की
ित ा त हो गई या? साथ ही बार क बिह कार क चलते यिद कोई
अिधव ता नह हो तो ितर ा क िलए याय िम क प म अिधव ता
िनयु त कर। इसम 15 िदन या इससे यादा समय लगेगा।
िगर तारीकबाद
जबअंकरपािड़या
सेपूछताछकी
जारहीथी,तब
रमांड मम
उसकहथकड़ी
कसाथबैठ
होनेऔरपुिलस
अिधका रय ारा
पूछताछकायह
फोटो हा स
एप पर वायरल
हुआथा।अंकर
कमॉ रशसम
छि यांमनानेक
फोटोकसाथइस
फोटोकोडालकर
लोग नेखूब
कमटिकएथे।
10 अ टबर को
ा की ह या की
खबर फलते ही पूरा
शहर सड़क पर
आ गया। जबरद त
आंदोलन शु हो
गए। यूं तो पुिलस
पहले से तेज गित
से काम कर रही
थी, लेिकन इन
आंदोलन ने भी
ा क प रवार
को याय िमलने का
ढांढस बंधाया।
गवाह म शहर क
मुख चेहरे भी
डीएसपी तृ त को लेकर
नह बोला कोई अिधकारी
कोटा| पुिलस ने इस पूरे करण म 110 गवाह बनाए ह।
िजनम शहर क कई मुख व ित ठत चेहरे भी है। ये
वे लोग है जो अपने िबजनेस म काफी य त है। उसक
बावजूद ा को याय िदलाने और समाज म िछपे अंकर
जैसे आरोिपय को उसक िकए की सजा िदलवाने क िलए
कतसंक पत है। उ ह ने भा कर क पास सभी क नाम और
पदनाम तक की सूची है, लेिकन नाम उजागर होने से उ ह
भिव य म कोई परेशानी न हो इसिलए हम उनक नाम काशत
नह कर रहे ह। गवाह म शहर क नामी डा टर, यवसायी,
कोिचंग टीचर, नेता, मोबाइल कपिनय क अिधकारी, पुिलस
अिधकारी आिद शािमल है।
कोटा| ा मामले म सवािधक
िववाद म रही िफक डीएसपी तृ त
िवजयवग य क िखलाफ आज तक
कोई कारवाई नह हुई। पुिलस क
अंद नी सू की मान तो त तीश म
भी इस िवषय को मौन रखा गया है।
पु ता खबर यह है िक आरोप प म
भी इसका कोई िज नह िकया गया।
एक ओर जहां इस कस ने पूरी रा य
पुिलस को िहलाए रखा, वह दूसरी ओर
इस डीएसपी पर कोई कारवाई नह होने
से शहरवासी और ा क प रजन भी
खासे खफा है। असल म डीएसपी तृ त
का लैट इस कस क सू धार अंकर क
सामने ही है। घटना क बाद सवाल यह
भी उठ िक अंकर की कार का स यापन
करने गए पुिलस दल को उ ह ने ही यह
कहकर भेज िदया िक उसे वे जानती ह।
इस च कर म घटना वाली रात कार का
स यापन नह हो पाया और अगले िदन
को नहर म ा का शव ही बरामद
हो गया।
मुझे पता चला िक मेरे टडट ने ऐसा िकया
तो ध का सा लगा
म या कल से जुड़ा हर य त ा अपहरण व
ह याकांड क बाद िवचिलत था। जब मुझे यह पता चला िक
ा की ह या मेरे टडट अंकर ने की है, तो मुझे खड़-खड़
एक ध का सा लगा। म एकाएक सोच म पड़ गया िक िजस
ब े को इतने बेहतरीन सं कार और िश ा दी हो, वो ऐसा
कसे कर सकता है? टीवी चैनल, अखबार सब बोल रहे
थे, लेिकन मन को यकीन नह हुआ िक अंकर ने ऐसा िकया
है। सच बोलूं तो म आज भी इस उलझन म हूं िक उसने
जानबूझकर िकया अथवा िकसी भारी वजह ने उसे ऐसा करने
को मजबूर िकया। - सर लुईस, अंकर क लास टीचर
म मानता हूं िक अंकर ने गुनाह िकया, पर
पुिलस भी कम नह
अंकर ने गुनाह िकया, यह म मानता हूं। लेिकन, अब जो
पुिलस कर रही है, या वो सही है। पुिलस त य से खेल
रही है। उनको तोड़-मरोड़कर पेश िकया जा रहा है। जो स य
है, उसे वीकारने म कोई िद कत नह , लेिकन बेवजह
और लोग को परेशान करना गलत है। िजस लोरोफोम
को पुिलस ने फ ी से बरामद बताया, वो लोरोफोम तो
पुिलस को इसी घर म िमल गया था। इन त य को य
तोड़-मरोड़कर पेश िकया जा रहा है? अभी बहुत से ऐसे
त य ह, जो म व त आने पर आॅन रकाॅड पेश क गा।
- वणलाल पािड़या, अंकर क िपता
मुझे आज भी याद है, जब ा ने टॉप
िकया था
म ा की लास टीचर रही हूं। मुझे आज भी वो पल
याद है जब ा ने लास म टॉप िकया था। ा की
मां ा हाथ म एक िग ट लेकर मेरे पास कल म आई
ओर बोला- मैडम लीज, आप ा को यह िग ट दे दो,
मने उसको ोिमस िकया था िक तुम टॉप नंबर लाओगे तो
मैडम तू ह िग ट देेंगी। इसक बाद मेरा जुड़ाव ा से
यादा हो गया था। म आज भी उसकी लास म जाती हूं,
तो उसका चेहरा नजर आ जाता है। जब 10 अ टबर को
सुबह घटना सुनी तो पूरे टाफ ने खाना नह खाया था।
- मेडम माला, ा की लास टीचर
अंकर ने गुनाह िकया है, उसको सजा दो,
प रवार को नह
अंकर ने मासूम ा का अपहरण करक गलत काम
िकया है, इसकी जो भी सजा हो, िजतनी भी स त, वो
उसको िमलनी चािहए। य िक, ब े को खोना या होता
है यह मुझे मालूम है। मने भी पेट म पल रहा अपना ब ा
ा कांड क बाद खो िदया है। लेिकन, अब मेरा कहना
इतना सा है िक पुिलस अंकर क गुनाह की सजा उसे दे,
पूरे प रवार को य दे रही है? संदीप भैया ने िकसी का या
िबगाड़ा है। या पैसे कमा लेना भी गुनाह होता है। पुिलस
जबरद ती उ ह भी कस म फसाने पर आमाद है।
- नेहा पािड़या, अंकर की प ी
सं कार तो अ छ िदए थे, वो ह यारा कसे बन गया: अंकर क टीचर
8-9
िफरौती वाला नंबर सबसे बड़ा लू, दजन
िसम का डाटा खंगाला तो अंकर नाम आयाह या क बाद शाितर अंकर ने हर कदम पर पुिलस को ग ा देने की कोिशश की, लेिकन
पुिलस हर मोड़ पर उससे एक कदम आगे थी। जािनए, सबसे पहले कब आया अंकर का नाम-
2. एक िसम नंबर से स हुआ, लंबे डटा एनािलिसस क बाद क यूटर से पकड़ म आया
1. एकमा लू: ा क घर लडलाइन पर िफरौती की कॉल से
त तीश शु हुई। पता चला िक कॉल 0888282745 से कॉल हुई।
2 िसम फज आईडी पर थी।
आईएमईआई से पता चला
िक अपहरण क बाद मोबाइल म
बीएसएनएल की िसम भी चली थी।
9 िसम क बारे म करणजीत
ने बताया िक 15 अग त
को उसे 10 िसम लावा रस िमली
थी, इनम से 9 िसम 23 िसतंबर
को 1100 पए म िकसी को
बेची। पुिलस को उसकी डायरी
म सभी िसम क नंबर िमल गए
और ले जाने वाले का हुिलया भी
बता िदया।
10इ ह म से 6 माेबाइल म
िफरौती क िलए यु त
िसम लगाई गई थी। इसक अलावा
5 और िसम भी इनम लगी थ। इन
सभी की 23 िसत बर की लोकशन
पहाड़गंज, नई िद ली आई। यह
पुिलस का माथा ठनका।
17इसक बाद पुिलस ने अंकर
क अ य मोबाइल न बर
को खंगाला तो लोकशन से सारा
राज खुल गया। घटना वाले िदन
इन न बर की लोकशन सटीक
बैठ रही थी। तलवंडी से ब े को
उठाने क समय की लोकशन भी
वह की आई।3 यह िसम चला रहे म क
गरोठ िजले क संजय शमा
ने बताया िक उसने सीवी गाडन
क पास लावा रस िमले मोबाइल म
िसम लगाई थी। (यहां इसे अंकर
ने फका था।) 8 इसी मोबाइल म 19 िसतंबर
को वह िसम चली थी,
िजससे 9 अ टबर को िफरौती
कॉल हुआ था।
11इनम से एक मोबाइल नंबर
की कॉल िडटल ली तो पता
चला िक इस की 2 अ टबर की
लोकशन रोड नंबर-2, झालावाड़
रोड, कोटा आ रही है। इसक बाद
इसकी लोकशन अनंतपुरा और 3
अ टबर को सूरत म आई।
16इस एमडीएन न बर क
यूजर क बारे म क पनी ने
पुिलस को बताया िक यह अंकर
पािड़या क नाम है, इसम पता
दादाबाड़ी का था।
4 अब पुिलस ने िफरौती
क कॉल वाली िसम की
1 जुलाई से 9 अ टबर तक की
कॉल िडटल ली। पता चला िसम 8
मोबाइल म चली है। इनम से एक
म िद ली वोडाफोन की िसम यूज
होने की बात सामने आई।
7 िद ली म ही राज थान
पुिलस की टीम को
करणजीत िसंह सरदार ने बताया
िक यह मोबाइल 6 िसत बर काे
िकसी से खरीदा था, िजसे मोद
को बेच िदया।
12इससेे दो मोबाइल व एक
लडलाइन नं. पर कॉल हुआ।
एक मोबाइल व लडलाइन न बर
कोटा तथा दूसरा मोबाइल सूरत क
किमकल स लायर का था।
15इंटरनेट क पिनय ने
पुिलस को बताया िक इनम
से एक आईपी ए स एमटीएस
व दूसरा टाटा का है। क पनी ने
एमटीएस क आईपी क एमडीएन
नंबर भी दे िदए।
5 िसम की आईडी ेटर
कलाश, नई िद ली िनवासी
राजे बाफना की नाम आई,
लेिकन िसम का इ तेमाल उसका
कमचारी मोद जैन करता है।
6 मोद ने बताया िक उसने
नोिकया मोबाइल 21 िसतंबर
को ग फार माकट म करणजीत
िसंह से 2500 पए म िलया था।
13स लायर ने बताया खुद को
झालावाड़ िनवासी बताने
वाले ने ई-मेल से लैब का सामान
और लोरोफॉम मांगा था।
14पुिलस का सारा जोर अब
इस मेल आईडी पर था।
गूगल ने पुिलस को इस मेल
आईडी क यूज क संबंध म दो
आईपी ए स िदए।
लखनऊ म अनूप की इसी कार का पीछा कर पुिलस अंकर तक पहुंची।
1. कसे ा का अपहरण हुआ और ह यारा नहर म फक आया
लैट पर ले जाकर 20 सैकड तक
सुंघाया था ा काे लोरोफॉम
आज भी वैसा ही रखा
है ा का कल
बैग और उसकी
िकताब
ा क िबना घर सूना और जीवन
िनराश हो चला है। हमारी छोटी-सी,
मगर बेहद खूबसूरत दुिनया का न हा
सा फल मुरझा गया है। उसक िखलौने,
उसका कल बैग, उसकी स आज
भी उसक होने का अहसास कराते ह।
वो सभी िखलौने आज भी सुरि त
ह, वो कल बैग उसक जाने क बाद
से आज तक नह खोला। हां, बस
उसकी याद म िखलौन को देखकर
चुपक-चुपक रो लेते ह। ये िखलौने
ा की दौलत थी, अब हमारी। पॉश
कॉलोनी म घर लेना, हमारा जीवन
ख म कर देगा, हमने नह सोचा था।
हम यही चाहते ह िक ा क ह यारे
अंकर को फा ट क कोट ारा ज द
से ज द सजा िमले, तािक िफर पाक
म खेलते िकसी ा को कोई अंकर
न उठा ले जाए।
- ा व पुनीत हांडा, ा क
माता-िपता
रपोिटग: समिकत
जैन, शैल माथुर,
आशीष जैन।
कसे ट: दीप शमा
िवजुअलाइजर:
िहतेश कमावत
टीम भा कर